वाराणसी के फिल्म मेकर नें ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ के प्रोड्यूसर को भेजा लीगल नोटिस
शार्ट फिल्म माननी का कॉसेंप्ट और कंटेंट चुराने का लगाया आरोप
शबाब ख़ान
वाराणसी: सुनने में शायद थोड़ा अटपटा लगे लेकिन यह सौ फीसदी सच है। बॉलीवुड फिल्म मेकर्स पर कभी कहानी, कभी धुन, कभी फिल्म का कॉसेंप्ट चुराने का आरोप लगता रहा है। इस बार वाराणसी के एक फिल्म मेकर प्रवीन व्यास नें अपनी शार्ट फिल्म ‘माननी’ का कॉसेंप्ट और कंटेंट चुराने का आरोप अक्षय कुमार की आने वाली फिल्म ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ के प्राड्युसर पर लगाया है। साथ ही उनको अपनें वकील के माध्यम से लीगल नोटिस भी भेजी है।
हमसे इस विषय पर बात करते हुए प्रवीन ने बताया, ”मैंने ‘टॉयलेट’ का ट्रेलर देखा, जो माननी से आर्ट डायलॉग को चोरी करके बनाया गया है। ये फिल्म 2016 में स्वच्छ भारत अभियान के तहत पुरस्कृत भी हुई थी।”
नोटिस का जवाब 10 दिन में :
प्रवीन ने बताया, दिल्ली कोर्ट द्वारा वायाकॉम मीडिया प्राईवेट लिमिटेड को 19 जून को नोटिस भेजा। 29 जून को उनका जवाब आया है कि 10 दिन का समय दें, सोचकर बतायेगे। उन्होंने बताया कि वो 15 सालों से शॉर्ट फिल्म मेकिंग का काम करते आ रहे है। माननी फिल्म को उन्होंने 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित होकर बनाया था। 7 महीनों की कड़ी मेहनत के बाद लोकल थियेटर आर्टिस्टों की मदद से फिल्म बनाई गई थी।
इसी साल गोवा में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भारत सरकार ने माननी को भी प्रदर्शित किया था। प्रवीन आगे बताते हैं कि 4500 फिल्मों में से 2 अक्टूबर 2016 को स्वच्क्ष भारत फिल्म फेस्टीवल में श्री फोर्ड ऑडिटोरियम में मंत्री राज्य वर्धन सिंह राठौर द्वारा इंडिया की बेस्ट थर्ड फिल्म के नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया।
किस पर है आपत्ति:
टॉयलेट फिल्म में फर्स्ट नाइट का शॉट्स, एक्ट्रेस का डायलॉग मिलता हुआ है। महिलाएं सुबह एक्ट्रेस को कहां लेकर जाती हैं, उसको नहीं पता होता। वो सोचती है कि कोई रस्म होगी। एक्ट्रेस टॉयलेट को लेकर गांव और ससुराल में विद्रोह करती है, जो मेरी फिल्म का कांसेप्ट है। फर्स्ट नाइट के डेकोरेशन में माननी में हमने गरीबी दिखाते हुए गेंदे के फूलों की माला लगाई, जो टॉयलेट फिल्म में लगाया गया है। आर्ट को कॉपी किया गया है।मेरी फिल्म में एक्ट्रेस डायलॉग बोलती है, महिला की शर्म ही गहना है, जो टॉयलेट फिल्म में इस्तेमाल किया गया है। प्रवीन का कहना है कि वह कोर्ट द्वारा कानूनी कार्यवाही चाहते हैं।