यूपी पुलिस के रियल-लाइफ सिंघम इंस्पेक्टर अनिरुद्ध सिंह की पहली फिल्म रिलीज
शबाब ख़ान
वाराणसी : अब तक 26 शातिर अपराधियों को मार गिराने वाले और 5000 से अधिक मुल्जिमों को जेल की सलाखों के पीछे भेजने वाले यूपी पुलिस के रियल-लाइफ ‘सिंघम’ के नाम से मशहूर इंस्पेक्टर अनिरुद्ध सिंह आखिरकार ग्लैमर की दुनिया में प्रवेश कर गये। अनिरुद्ध नें अपने फिल्मी कैरियर की शानदार शुरूआत ‘डा० चक्रवर्ती’ नाम की तेलगु फिल्म से किया है। इसमें वह लीड़ कैरेक्टर में है और एक एसीपी का रोल निभा रहे हैं, यह फिल्म दक्षिण भारत के साथ-साथ मुंबई में भी रिलीज हो चुकी है।
इलाहाबाद युनिवर्सिटी से बी.एससी करके अनिरुद्ध नें एक सब-इंस्पेक्टर के तौर पर यूपी पुलिस फोर्स में प्रवेश किया, और निर्भीकता तथा तकनीकी के सहारे कई बड़े केस को सुलझाने के बाद उन्हे थाना प्रभारी बनाकर वाराणसी के कैण्ट थानें में तैनाती मिली। वाराणसी में तैनाती के दौरान उन्होंने अपराधियों के हौसले पस्त कर दिए और कैंट थानाक्षेत्र में होने वाले अपराध पर काफी हद तक अंकुश लगाने में सफल रहे। जरूरी तो नही लेकिन फिर भी बताता चलुँ कि 1996 में इलाहाबाद युनिवर्सिटी से बीएससी करने के दौरान अनिरुद्ध सिंह मेरे बैचमेट हुआ करते थे।
वाराणसी में तैनाती के दौरान वाराणसी जिला जेल के डिप्टी जेलर की हत्या बजरंगी गैंग के शार्पशूटरों ने कैंट थानाक्षेत्र के एक जिम के बाहर गोलियों से छलनी करके कर दिया था। जिसके बाद अनिरुद्ध को चंदौली जिले के मुगलसराय थानें में ट्रॉस्फर कर दिया। चंदौली में तैनाती के दौरान अनिरुद्ध सिंह ने एक लाख रुपये के इनामी नक्सली संजय कोल को एनकाउंटर में मार गिराया, इस जांबाजी का इनाम देते हुए सरकार ने उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देकर इंस्पेक्टर बना दिया। अब तक कई फिल्मों में छोटी-छोटी भूमिका निभाने वाले एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अनिरुद्ध सिंह ने रील लाइफ में भी पुलिसवाले की भूमिका निभाई है। यह उनकी सोलो हीरो वाली पहली फिल्म है। टॉलीवुड की इस फिल्म में वह एसीपी का रोल निभा रहे हैं।
इंस्पेक्टर अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि यह फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है। डाक्टर चक्रवर्ती में दर्शकों को संदेश देने की कोशिश की गई है। इस फिल्म के साथ ही अनिरुद्ध ने टॉलीवुड में अपने कदम जमा लिए हैं। इस फिल्म के निर्देशक दक्षिण भारतीय सिनेमा के जाने-माने निर्देशक शेखर सूरी हैं। अनिरुद्ध इससे पहले शेखर सूरी के साथ ‘गन्स ऑफ बनारस’ में भी काम कर चुके हैं। शेखर सूरी और अनिरुद्ध सिंह की मुलाकात बनारस में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान हुई थी। उस समय अनिरुद्ध सिंह बनारस के कैंट थाना प्रभारी थे। पहली ही नजर में शेखर सूरी को अनिरुद्ध सिंह हीरो के रुप में पसंद आ गए। इसके बाद यूपी पुलिस के इस तेज-तर्रार पुलिस इंस्पेक्टर का फिल्मी करियर शुरू हो गया। अनिरुद्ध सिंह को यूपी पुलिस का ‘रियल सिंघम’ कहा जाता है।
इंस्पेक्टर अनिरुद्ध सिंह फिलहाल फिल्मों पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। इस वजह से वह ड्यूटी पर नहीं जा पा रहे थे। इसकी वजह से उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। एक साल पहले फिल्म का ट्रेलर फेसबुक पर वायरल हो गया था और उनके काम की काफी प्रशंसा हुई थी।