राजमिस्त्री ने फांसी लगाकर दी जान, बीमारी से था पीड़ित
शहनवाज़ खान
बांदा – मुहल्ला जरैली कोठी निवासी राजमिस्त्री विजय बहादुर (45) ने सोमवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में कमरे की कुंडी अंदर से बंद कर तहमद से फांसी लगा ली। पत्नी गीता कुछ देर बाद उधर गई तो आवाज देने पर उसने दरवाजा नहीं खोला। बाद में स्कूल से आए पुत्र अतुल ने किसी तरह हाथ डालकर दरवाजे की कुंडी खोली। परिजनों को उसका शव दीवार में लगी खूंटी पर लटका मिला।
उसके नीचे कुर्सी भी रखी मिली। परिजन आनन-फानन उसे जिला अस्पताल ले गए। वहां चिकित्सकों ने उसे देखकर मृत घोषित कर दिया। घटना को लेकर मृतक के परिजन बेहाल हो गए। मृतक के बेटे अतुल व अन्य परिजनों का कहना है कि तकरीबन सप्ताह भर से वह बीमार रहता था। खांसी के साथ अन्य शारीरिक दिक्कत होने से परेशान होकर उसने खुदकशी कर ली है।