लुटैरो ने पुलिस की पोशाक मे की लूट
मनीष गुप्ता समीर मिश्रा
कानपुर की एएसपी सोनिया सिंह जी ने एक तरफ कानपुर शहर को अपराध मुक्त कराने की जनता से अपील की है वही एक तरफ कानपुर शहर मे जगह जगह धड़ल्ले से वाहनो की चेकिंग का अभियान कानपुर के जगह जगह चलाया जा रहा है वही एक तरफ कानपुर शहर मे चारो तरफ बैखोफ चोरो का बोलबाला चारो तरफ दिखाई दे रहा है चोरो का तो भईया कहना है कि हम तो यूपी के चोर है हम तो जनता तो क्या हम तो पुलिस वालो की भी आखो से काजल निकाल लेते है
कानपुर:-शहर मे आज कुछ ऐसा ही हुआ फ़िर एक सनसनी खेज लूट का मामला सामने आया कानपुर के घसियारी मंडी चौराहे पर पुलिस की पोशाक पहने लूटेरो ने दवा व्यापरी विजय सिंह राठौर को चेकिंग के नाम लगभग 65000 रुपये लूट कर फरार हो गये ।लुटेरे बाईक पर सवार थे और विजय सिंह को चेकिंग के नाम पर रोका
नकली नोट होने की बात कहकर व्यापरी से लूटे पैसे
लूटेरो ने व्यापारी विजय से नकली नोट की बात कही और चेकिंग करने लगे तभी जब व्यापारी ने विरोध किया तो लुटेरे रुपये लेकर भाग गये जब व्यापारी को यह पता चला की वह पुलिस नही लुटेरे थे व्यापारी बेहोश होकर गिर गया आस पास के लोग मदद को आगे आये और लोगो ने पुलिस को सूचना दी। लुटेरों ने अब लूट के नये तरीके का इस्तमाल करना शुरू कर दिया पुलिस की पोशाक पहने लुटेरों को जल्द कोई पहचान नही सकता की वो असली है या फिर नकली
आसानी से मिल जाती है पुलिस की ड्रेस
पुलिस की पोशाक आसानी से मिलती है इसी लिये कई लुटेरे अब पुलिस की ड्रेस भी का इस्तेमाल करने लगे है जिससे उनको पुलिस भी ना पकड़ सके ।ऐसा नही है की ये कोई नई घटना हो ऐसी घटनाये पहले भी कई बार हो चुकी है।जब अपराध करने के लिये अपराधी पुलिस की वर्दी का इस्तेमाल करगे तो लोगो का पुलिस से भी विस्वास उठा जाएगा
दी जाने वाली वर्दी का होना चाहिये लेखा जोखा
पुलिस की वर्दी का बढ़ता दुरुपयोग देख कर राज्य सरकारों को वर्दी के लिये नियामक निर्धारित करना चाहिये।वर्दी सिलाई के लिये अलग से खुद की व्यवस्था होनी चाहिये।वर्दी सिलते समय वर्दी पर कुछ खास तरीके का पहचान चिन्ह बना होना चाहिये।जिससे भविष्य मे कोई भी पुलिस वर्दी का इस्तेमाल कभी ना कर पाये
ऐसी घटनाओं से ही पुलिस प्रशासन की होती है बदनामी