प्लाट पर मोबाइल टॉवर लगानें के बाद दस साल तक प्लाट मालिक को ठगने का आरोप
शबाब ख़ान
मुजफ्फरनगर: चरथावल में एक प्लाट पर टॉवर लगाने के बावजूद 10 वर्ष बाद भी किराया न देने पर पीड़ित ने एसएसपी मुजफ्फरनगर से लिखित शिकायत करते हुए टॉवर कंपनी पर 4 लाख 68 हजार रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए प्लाट का किराया दिलाने तथा कंपनी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही कर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
चरथावल थाना क्षेत्र के ग्राम बलवाखेड़ी निवासी दुष्यंत पुत्र ओमबीर सिंह ने बताया कि उसका गांव में 2 बिस्से का प्लाट है उक्त प्लाट को 10 वर्ष पूर्व नोयडा की इंडस टावर लिमिटेड टावर कम्पनी ने वोडाफोन कम्पनी का टावर लगाने के लिया था, उक्त टावर का किराया उस समय 3900 रुपये तय हुआ था परन्तु कम्पनी द्वारा आज तक कोई किराया नही दिया गया। उन्होनें बताया कि उक्त कम्पनी ने किराये के नाम पर उसके साथ धोखाधड़ी करते हुए करीब 4 लाख 68 हजार रुपये हड़प लिया। किराया मांगने पर कम्पनी के अधिकारी यही कहते रहे कि यह सरकार का उपक्रम है सरकारी पैसा इकट्ठा मिलता है। जब प्राथी के पिता को मालूम हुआ कि यह टॉवर सरकारी नही है तब प्रार्थी नें टॉवर पर पहुँचे इंडस टॉवर कंपनी के अधिकारी से इस संबंध में बात की तो पीड़ित को फर्जी केस में जेल भिजवानें की धमकी दी गई।
पीड़ित द्वारा इस घटना की सूचना चरथावल पुलिस को देने पर पुलिस ने कोई कार्यवाही नही कि बल्कि यह कहते हुए पल्ला छाड लिया कि यह उच्च अधिकारियों का मामला है पीड़ित ने एसएसपी मुजफ्फरनगर को शिकायत करते हुए टॉवर कंपनी पर 4 लाख 68 हजार रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए प्लाट का किराया दिलाने तथा कंपनी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही कर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।