न्यायालय के आदेश को अनदेखा करना महंगा पड़ा दरोगा जी को
प्रमोद दुबे
सुलतानपुर। हाईकोर्ट के निर्देश के बावजूद भी युवती के अपहरण व दुष्कर्म के मामले में मेडिकल व बयान न दर्ज कराने के मामले में लापरवाह दरोगा को सीजेएम विजय कुमार आजाद ने कड़ी फटकार लगायी एवं करीब दो घंटे तक कस्टडी में खड़ा कराए रखा।
मालूम हो कि कोतवाली नगर क्षेत्र में हुए अपहरण व दुष्कर्म के मामले में पीड़िता का मेडिकल व बयान दर्ज कराने के लिए हाईकोर्ट ने निर्देश दिया था।मामले में सचिन उपाध्याय पयागीपुर पर घटना कारित करने का आरोप लगा है, हाईकोर्ट के निर्देश के बावजूद लक्ष्मणपुर चौकी प्रभारी महेन्द्र कुमार ने लापरवाही बरती। यहां तक कि बीते 5, 8, 10 अगस्त को अदालत के आदेश के बावजूद भी गैर हाजिर रहे। गुरूवार को पीड़िता पक्ष के अधिवक्ता ने कार्यवाही की मांग की। जिस पर कड़ा रूख अख्तियार करते हुए सीजेएम ने दरोगा महेन्द्र कुमार व नगर कोतवाल को तलब कर लिया एवं करीब दो घंटे तक दरोगा महेन्द्र कुमार को कस्टडी में खड़ा कराए रखा। अदालत ने पीड़िता का मेडिकल व बयान दर्ज कराने की सूचना पाने के बाद दरोगा को कस्टडी से आजाद करने का आदेश दिया।