तो सपा को सपा के लोग ही हार का मुह दिखा देंगे.
आजमगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव
यशपाल सिंह
आजमगढ़। मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर तख्तापलट की कोशिश और तेज हो गयी है। दोनों पक्ष अपने समर्थक सदस्यों को सुरक्षित जगह पर रोकने में लगे है। सभी दल सपा को मात देने के लिए अंदरखाने से एक जुट दिख रहे है तो सपा के भी कुछ नेता अपने ही जिलापंचायत अध्यक्ष को उनकी हद दिखाने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर विरोधी को बैठाना चाहते हैं। सब मिलाकर घमासान पूरे चरम पर है और मंगलवार को दोपहर तक यह फैसला हो जाएगा कि अमंगल किसका होगा। साथ ही यह भी तय हो जाएगा कि मुलायम के गढ़ में पूर्व सीएम अखिलेश यादव कितने पानी में हैं।
बता दें कि यूपी में भाजपा के सत्ता में आने के बाद समाजवादी पार्टी एक के बाद एक कर तीन क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी गंवा चुकी है। अब जिला पंचायत अध्यक्ष मीरा यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। अविश्वास प्रस्ताव लाने वाला कोई और नहीं पूर्व सीएम अखिलेश यादव के करीबी पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव के भतीजे प्रमोद यादव हैं।
खुलेतौर पर न सही लेकिन प्रमोद को सपा के उस घड़े का भी साथ मिल रहा है जो जिला पंचायत अध्यक्ष मीरा यादव के ससुर यानि जिलाध्यक्ष हवलदार यादव से नाराज है। वहीं शिवपाल समर्थक भी अंदरखाने से प्रमोद की मदद कर रहे हैं।
भाजपा इस ममाले से खुद को अलग थलग दिखाने का प्रयास कर रही है लेकिन सूत्रों की माने तो भाजपा के बाहुबली पूर्व सांसद रमाकांत यादव प्रमोद की खुलकर मदद कर रहे हैं। रमाकांत यादव के 24 समर्थक सदस्य हैं। रहा सवाल बसपा का तो भूपेंद्र सिंह मुन्ना खुलेआम प्रमोद का प्रचार कर रहे है। सूत्रों के मुताबिक जिस दिन प्रमोद यादव ने डीएम से मिलकर अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस दी उसके अगले दिन ही सभी समर्थित सदस्यों को गोवा और नेपाल घूमने के लिए भेज दिया।