देवरिया पुलिस – साहेब पीडिता को कब मिलेगा इन्साफ.
देवरिया के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र की घटना
नितेश मिश्र देवरिया
कहते है जबरा मारे और रोवे भी न दे. इसकी बानगी देवरिया जिले के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र में देखने को मिल रही है जहा पास्को एक्ट के तहत रेप के प्रयास का आरोपी पीडिता और उसके परिजनों को मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहा है और पुलिस गंभीर धाराओ में मुकदमा पंजीकरण के बाद भी केवल खाना पूर्ति कर रही है. ये ऐसा हम नहीं कह रहे है बल्कि यह आरोप है पीडिता के परिजनों का. आज घटना के एक पखवारे से अधिक बीत जाने के बावजूद पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से आहात पीडिता के परिजनों ने उच्चाधिकारियों से गुहार लगाना शुरू कर दिया है.
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त सुचना के अनुसार और पीडिता के बयानों के अनुसार देवरिया के रामपुर कारखाना के अंतर्गत एक गांव में दिनाक 14 -9- 2017 एक 9 वर्षीय बालिका को एक युवक ज़बरदस्ती लेकर खेत के तरफ चला गया जहा उसकी अस्मत से खेलने का प्रयास करने लगा. इस बीच पीडिता के चीख पुकार को सुनकर उधर से गुज़र रहे कुछ बाइक सवार युवको को रुकता देख आरोपी पीडिता को छोड़ कर भाग गया. पीडिता ने घर आकर घटना की जानकारी अपने परिजनों को दिया. परिजन लिखित शिकायत और पीडिता के साथ सम्बंधित थाने पर गये. पीड़ित परिजनों की माने तो पुलिस ने उसका शिकायती पत्र तो रख लिया मगर घटना कि प्राथमिकी नहीं दर्ज किया. इधर पीडिता के परिजनों ने उचाधिकरियो से गुहार लगानी शुरू कि तो उक्त पत्र को भी थाने में जांच हेतु रख लिया गया. मामला मीडिया के संज्ञान में आने के बाद और पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद दिनांक 22 सितम्बर को घटना की प्राथमिकी पुलिस ने दर्ज की. अब मुकदमा तो पंजीकृत हो गया है. मगर पुलिस कार्यवाही शुन्य है. पीडिता के परिजनों ने बताया कि घटना के 15 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है और उलटे आरोपी पक्ष के द्वारा उन लोगो के ऊपर मुकदमा वापस लेने और सुलह कर लेने का दबाव बनाया जा रहा है. अब देखना यह है कि त्योहारों को सकुशल निपटाने में व्यस्त देवरिया पुलिस कब तक घटना में कार्यवाही करती है.