जाने आज़म खान ने किसको कहा राजनैतिक नपुंसक
भाजपा विधायक संगीत सोम के बयान पर आज़म खां का पलटवार
सुरेश दिवाकर/ रवि शंकर.
रामपुर. सपा के कद्दावर नेता आज़म खान ने आज ताज महल पर संगीत सोम के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुवे कहा कि गोश्त का कारखाना चलाने वालो को ऐसी बयान बाज़ी करने का अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा जिन साहब ने कहा है जिनका आप नाम ले रहे है तो उनकी बात का तो मैं जवाब नही दे रहा हूँ क्योँकि गोश्त के कारखाने चलाने वाले को राय देने का अधिकार नही है इस पर मोदी और योगी जी फैसला करेंगे लेकिन मैं पहले से इस राय का हूँ के गुलामी की उन तमाम निशानियों को मिटा देना चाहिए जिस से कल के शासकों की बू आती हो ज़ाहिर है ये एक सच है के मुगल हिंदुस्तान पर काबिज हुए किन हालात में आये कौन लेकर आया ये बहस अगर होगी तो बहस पर कड़वाहट आ जायेगी और लोग हमारी बात का बुरा मानेगे इस लिए हम वो बात कहना नही चाहते आज़म खा ने कहा के मैंने तो पहले ही कहा था कि अकेले ताजमहल ही क्योँ पार्लिमेंट भी क्योँ नही राषट्रपति भवन क्यों नही कुतुबमीनार क्यों नही दिल्ली का लाल किला क्यों नही आगरे का किला क्यों नही ये सब गुलामी की निशानिया है जाहिर है क्रेटर्स जिन्हें कहते हैं आर एस एस के लोग तो अगर ये क्रेटर्स की निशानियां हैं तो डिमोलिश कर देना चाहिए हम तो बादशाह से अपील करते है और छोटे बादशाह से तो हमने कहा है के चलो आप आगे हम आप के साथ चलेंगे पहला फावड़ा आप का होगा दूसरा हमारा होगा हिम्मत तो करे मैं समझता हूँ ये राजनीतिक नपुंसकता है कहने के बाद क़दम पीछे हटा लेना जो लोग इसे गुलामी की निशानी कह रहे है उनका पूरे देश पर राज है इस वक़्त क़ब्ज़ा है अगर वो हिम्मत नही कर रहे तो इसे राजनैतिक नापुंसकता ही कहेंगे ।