किसी बड़ी दुर्घटना को दावत दे रहा है यह जर्जर मकान. कैंट बोर्ड कोई नहीं है फ़िक्र
मनीष गुप्ता के साथ समीर मिश्रा
कानपुर
कानपुर के कैंन्टोमेन्ट बोर्ड की बड़ी लापरवाही से हो सकती है कोई बड़ी दुर्घटना जा सकती है कई लोगो की जान. जी हाँ कानपुर के कैन्ट क्षेत्र में हिलते-डुलते कई सालों से अधिक जर्जर भवन दे रहे हैं कोई बड़े हादसे को आमंत्रण कानपुर शहर में छोटे मकान बड़ी-बड़ी और पुरानी कोठरी है मगर कई इलाकों में बड़ी पुरानी कोठिया बुरी तरह से जर्जर भी हो चुकी हैं कानपुर के कैंट थाना रेल बाज़ार मीरपुर स्थित 117/1 मीरपुर छावनी मरहूम अब्दुल वाहिद मकान मालिक यह मकान सूत्रों की जानकारी के अनुसार सौ साल से भी अधिक पुराना है जोकि चारों तरफ से जर्जर व खोकला हो चुका है जानकारी के अनुसार इस सौ साल से अधिक हवेली में एक भयानक गहरा और खतरनाक कुआं भी है कई बार इस गहरे कुएं की मिट्टी भी धस चुकी है मगर कोई दुर्घटना घटित नहीं हुई है यह जर्जर भवन किसी बहुत बड़े हादसे को बार-बार दावत दे रहा है इस जर्जर मकान में रहने वाले नौशाद आलम इरशाद आलम फरीद आलम से प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि यह जर्जर और खंडर भवन भवन पूरी तरह से बिल्कुल चारों तरफ बेकार हो चुका है बस हम लोग अल्लाह के सहारे किसी तरह इस जर्जर भवन में अपनी जिंदगी खतरे में डाल कर रह रहे हैं हम लोगों की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण हम लोग यह जर्जर भवन छोड़कर कहां जाए सूत्रों की जानकारी के अनुसार इसी रोड के पीछे एक जर्जर भवन का छज्जा गिरकर एक गरीब व्यक्ति की जान भी ले चुका है