निकाय चुनाव – पत्नियां उतरेगीं मैदान : पति संभालेंगे कमान
घोसी(मऊ)। ऊपर दिखाई दे रहे राजनीतिक धुरंधर घोसी नगर पंचायत अध्यक्ष पद के कुछ संभावित उम्मीदवार थे। लेकिन आरक्षण की चक्री के चलते अब इन्हें घूंघट की ओट में रहने वाली अपनी पत्नियों या घर की किसी अन्य महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारना होगा। क्योंकि आरक्षण सूची के अनुसार घोसी नगर पंचायत अध्यक्ष का पद पिछड़े वर्ग की महिला के लिये आरक्षित हो गया है।विगत एक वर्ष से जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराने व होर्डिंगों के सहारे अच्छी खासी रकम खर्च करने वाले इन उम्मीदवारों को अब एक बार अपनी पत्नियों के नाम की होर्डिंग लगानी पड़ेगी और तब तक चुनाव आचार संहिता लागू होते ही प्रशासन इनकी होर्डिंगे भी उतारना शुरू कर देगा। इनमे कुछ उम्मीदवारों की पत्नियां जहां पूर्व के हुए चुनाओ में संघर्ष कर चुकी हैं वही एक संभावित उम्मीदवार इस नगर पंचायत के अध्यक्ष पद की कुर्सी पर भी सुशोभित हो चुकी हैं।आरक्षण की इस चक्री से वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष को भी एक बड़ा झटका लगा है क्योंकि प्रदेश की एक बड़ी पार्टी द्वारा विधान सभा का उम्मीदवार बनाने के लगभग डेढ़ वर्ष बाद उनका टिकट काटकर एक अन्य उम्मीदवार को दे दिया गया था तभी से वर्तमान अध्यक्ष अपने कार्यकाल में किये गए कामों के नाम पर इस चुनाव में मैदान मारने की फिराक में थे।लेकिन आरक्षण सूची में अध्यक्ष पद पिछड़े वर्ग की महिला के लिये आरक्षित होने की वजह से उनका पत्ता पूरी तरह साफ हो गया है।अपनी राजनीतिक बिसात बचाये रखने के लिये उनका अगला कदम क्या होगा उस पर भी जनता की निगाहें टिकी हुई हैं।