टारगेट पूरा करने के लिये नियम के साथ खडी गाडियों का भी काट रही मेरठ पुलिस चालान.
मेरठ. लोग कहते है कि पुलिस अक्सर रस्सी को सांप बना देती है. इसका जीता जागता उदहारण आज कल मेरठ में देखने को मिल रहा है जहा यातायात पुलिस के ऊपर टारगेट का कुछ इस तरह से धुन सवार है कि वह नियमो के तहत चलने वाले वाहन चालको का भी चालान काट दे रहे है और उनकी आँखों के सामने से कोई भी वाहन बिना चालान कटवाये नहीं गुज़र सकता है. जब इससे भी बात नहीं बन पाती है तो नियमो के तहत पार्क की गई गाडियों पर चस्पा चालान चिपका कर चल देते है.
ऐसा ही घटनाक्रम मेरठ के Eve’s चौराहे पर हुआ. एक दंपत्ति कुछ खरीदारी हेतु इस क्षेत्र में आये हुवे थे और उन्होंने अपनी गाडी सड़क किनारे पार्किंग हेतु अरक्षित जगह पर पार्क कर रखी थी. जब वह दस मिनट में वापस आते है तो देखते है कि उनकी ही क्या वहा खडी हर गाडी का चस्पा चालान काटा हुआ है. अब पढ़ी लिखी दंपत्ति तुरंत उस ट्रैफिक हवालदार को तलाश ली जिसने चालान काटा था, दंपत्ति उन सज्जन से जाकर मिली जो आगे नुक्कड़ पर चाय का लुत्फ़ उठा रहे थे. उन्होंने चालान का कारण जानना चाहा तो पहले तो हवालदार साहेब ने हलके में लेकर झिड़कने की कोशिश किया और फिर जैसे ही दंपत्ति ने सवालों की झड़ी लगा दी तो हवालदार साहेब में हाथ के कप की चाय ठंडी हो गई और हवालदार साहेब मान मनौव्वल के शब्दों में कहने लगे अरे भाई साहेब क्या बताऊ क्षेत्राधिकारी महोदय ने आदेश दे दिया कि जाओ और इस क्षेत्र में पार्क सब गाडियों का चालान काट कर आओ और चस्पा चालान बुक थमा दिया, अब साहेब नौकरी है अधिकारियो का आदेश तो मानूंगा ही. जाने दीजिये साहेब आप लोग सभ्य है समझदार है चालान भर दीजिये अब क्या करू.?
ऐसा जवाब सुनकर दंपत्ति कितना हस्त्प्रभ हुई होगी इसका अंदाज़ा आप इसी से लगा सकते है कि दंपत्ति का खुला हुआ मुह कुछ देर तक खुला हुआ था. अब दंपत्ति परेशान सिर्फ यह सोच कर है कि कही उन्होंने नियमो के साथ पार्किंग में गाड़ी खडी करके कुछ गलत तो नहीं कर दिया है. अब देखने वाली बात यह होगी कि उच्चाधिकारी इसका संज्ञान कब तक लेते है या फिर ऐसे ही टारगेट पूरा करते रहने देंगे,