चौदहवीं शादी करना चाहता था वह इसलिए 13 वीं पत्नी को दे दी दर्दनाक मौत
गोपाल जी.
पटना। नसीराबाद थाना क्षेत्र के एक गांव में धान के खेत में 22 वर्षीय विवाहिता का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। जांच के बाद महिला की पहचान रेशमा पत्नी मुस्तकीम निवासी पूरे काले खां मजरे के रूप में हुई। जांच पड़ताल में ये भी पता चला कि मृतका का निकाह 4 वर्ष पहले मुस्तकीम नाम के एक युवक से हुआ था और यह मुस्तकीम की तेरहवीं शादी थी।
क्या था मामला ?
ग्रामीणों के अनुसार 40 वर्षीय मुस्तकीम अय्याश किस्म का युवक है। जिसमें लड़की भगाकर निकाह करना ही अपना पेशा बना लिया है। मृतका रेशमा के 3 माह की छोटी सी पुत्री भी है। यही नहीं मुस्तकीम के अन्य पत्नियों से भी आधा दर्जन बच्चे हैं। जानकारी के मुतबिक रेशमा के साथ रहते हुए भी मुस्तकीम एक और शादी करने के फिराक में था। जिसके चलते ही पत्नी पति में आए दिन विवाद होता रहता था। विवाहिता का एक मुकदमा न्यायालय में चल रहा है और मुकदमे की गवाही इसी महीने की 13 तारीख को थी। जिसमें रेशमा को बबलू के खिलाफ कोर्ट में गवाही देनी थी।
पत्नी की हत्या का षड्यंत्र रच डाला
इस बात को ध्यान में रखकर मुस्तकीम के शातिर दिमाग ने अपनी पत्नी की हत्या का षड्यंत्र रच डाला और उसकी हत्या कर शव गांव से 500 मीटर दूर एक धान के खेत में फेंक दिया। बाद में अपने दोस्त पर पत्नी के अपहरण व हत्या की आशंका जताते हुए तहरीर दिला दी थी। लेकिन शव पाये जाने के बाद थाने में पहुंचे मृतिका के भाई मलिक मोहम्मद व पिता सफ्तार पुत्र लाल मोहम्मद निवासी जिया सिंह का पुरवा मजरे ओड़वा हेमराजपुर कोतवाली जायस ने रेशमा के पति पर ही हत्या का आरोप लगाते हुए हत्या कर शव छुपाने की तहरीर दे दी। तहरीर मिलते ही पुलिस ने आरोपी मुस्तकीम को गिरफ्तार कर इस सनसनीखेज मामले का खुलासा कर दिया।
पुलिस का क्या कहना है
थाना प्रभारी बृज मोहन सिंह ने बताया की शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है। आरोपी पति ने पत्नी की हत्या का जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या वास्तव छुपाये जाने का मामला दर्ज किया है।