स्वच्छ भारत मिशन को ठेंगा दिखा रहे है बलिया के प्राथमिक विद्यालयों के शौचालय
अंजनी राय.
बलिया ।। जी हां शिक्षा क्षेत्र बैरिया अंर्तगत तीन प्राथमिक विद्यालय चकिया में हैं, जहां दो विद्यालयो में शौचालय नहीं हैं।एक विद्यालय में शौचालय देखने को मिला वो भी खस्ताहाल हैं। इस वजह से स्कूल के छात्र छात्राओं शिक्षक शिक्षिकाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी पलीता लगाने का काम कर रहे है।
यही नही प्राथमिक विद्यालयों के शौचालयों की दशा को लेकर अफसरों को भी हकीकत का पता है। शौचालय सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में हैं लेकिन उनकी मौजूदा स्थिति पर गौर करें तो सब खस्ताहाल हैं। कुछ एक विद्यालयों में शौचालय की हालत ठीक है तो उनके अंदर पानी की व्यवस्था नहीं है।ग्रामीणों की मानें तो बच्चे यूं ही खुले में शौच को नहीं जाते बल्कि उन्हें मजबूरी में खुले में जाना पड़ता है। स्कूल के छात्र तो इधर उधर जाकर काम चला लेते हैं, लेकिन दिक्कत तो छात्राओं के सामने है। बता दें कि चकिया ग्रामपंचायत में एक ऐसा भी प्राथमिक विद्यालय है जहां ना शौचालय है ना बाउंड्री वॉल है।यह दशा प्राथमिक विद्यालय चकिया पूर्वी में देखने को मिला।
गुरुवार की सुबह जब ग्रामीणों के साथ विद्यालय में पहुंचे तो यहां की व्यवस्था देखने को मिला वो काफी निराशाजनक थी। जिसको देख ग्रामीण भड़क गये। यहां पर नौ बजे तक कोई भी अध्यापक नजर नही आये। वहीं शौचालय का रुम तो था लेकिन सीट नहीं था और ना ही दरवाजा लगा था।जो टैंक बना था उसमें केवल ईंट जोड कर छोड़ दिया गया था जिसमें घास-फुस उग आए हैं। वहीं विद्यालय के किसी ओर से बाउंड्री नहीं दिखा विद्यालय के चारों ओर घास-फुस गंदगी का अंबार लगा था। वहां उपस्थित ग्रामीणों ने बच्चों से भोजन, फल, दूध के बारे पूछा तो बच्चों ने बताया की खाना कभी बनता है तो कभी नहीं बनता है। फल व दूध नहीं मिलता है। सब मिलाकर इस विद्यालय की स्थिति बुहत ही खराब मिला जिस पर ग्रामीण राजीव कुमार सिंह, सुधीर कुमार सिंह, सुनील सिंह, परमात्मा मिश्रा, मणि शंकर मिश्र आदि के द्वारा उच्चधिकारियो से जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की गई।