लोहता ग्राम प्रधान के आँखों के सामने दबंगों ने घर में घुस कर महिलाओ से किया अभद्रता और मारपीट

क्या मौन समर्थन था प्रधान जी का

निलोफर बानो.

वाराणसी. कहते है जन प्रतिनिधि किसी एक दल अथवा मज़हब अथवा घर अथवा किसी विशेष परिवार का नहीं बल्कि पुरे क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है. मगर जब जन प्रतिनिधि के आँखों के सामने ही अत्याचार होता रहे और जन प्रतिनिधि मौन रहे तो शायद इस अत्याचार को जन प्रतिनिधि का मौन समर्थन ही कहा जायेगा. ऐसी ही एक घटना लोहता थाना क्षेत्र में हुई जहा झुण्ड बना कर लगभग 20 के संख्या में युवको ने एक पान विक्रेता के घर में घुस कर उसको और उसके परिवार की महिलाओ को मारा पीटा और ज़ख़्मी कर दिया यही नहीं इन युवको के झुण्ड ने उस मकान की चारदीवारी तक गिरा दिया और महिलाओ से अभद्रता क्या. युवती के साथ अश्लील हरकत किया. प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार इस पुरे घटनाक्रम में क्षेत्रीय ग्राम प्रधान इम्तियाज़ फारुकी मौके पर मौजूद रहे और सब कुछ होता शांति पुर्वक देखते रहे.

घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित नजीर खान की क्षेत्र में पान की दूकान है. पान के दूकान पर आरोपी युवक कल्लू से बकाया पैसे के लेनदेन पर कुछ कहा सुनी आज शाम को हो गई थी. पीड़ित पक्ष के आरोपों के अनुसार आरोपी युवक ने उसको रात को देख लेने की धमकी भी दिया था. फिर रात्रि को लगभग 20 की संख्या में युवको ने नजीर खान के घर पहुच कर खूब तांडव किया. उनकी पत्नी को मारा पीटा जिससे वह बेहोश हो गई. उनकी दो बेटियों के साथ अभद्रता किया और अश्लील हरकते किया. किसी ने इसकी सुचना 100 नंबर पर फ़ोन करके दे दिया. मौके पर जब तक पुलिस पहुचती तब तक सभी आरोपी फरार हो चुके थे, इसमें सबसे अधिक सोचनीय विषय यह है कि जब यह दबंगई का तांडव हो रहा था तब मौके पर क्षेत्रीय ग्राम प्रधान इम्तियाज़ फारुकी मौजूद थे और उन्होंने इसका किसी भी प्रकार का विरोध नहीं किया. मौके पर पहुची पुलिस ने मौके की वीडियो बनाया और लिखित तहरीर थाने पर देने को कहा. समाचार लिखे जाने तक थाने पर कोई तहरीर नहीं दी गई है. थानाध्यक्ष ने बताया की तहरीर मिलने पर कड़ी कार्यवाही किया जायेगा.

इस घटना की क्षेत्र में चर्चा जोरो से है और चाय पान की दुकानों पर लोगो ने इस घटना की भर्त्सना किया है. चर्चाओ को आधार माने तो यह आरोपी का पहला केस नहीं है और इसके पहले भी आरोपी कई अन्य घटना को अंजाम दे चुके है. हर बार मामला थाने तक न पहुच कर क्षेत्र में ही सुलह समझौते से हल करवा लिया गया है. इस सम्बन्ध में चर्चा यहाँ तक हो रही है कि क्षेत्रीय ग्राम प्रधान इम्तियाज़ फारुकी का इन युवको पर विशेष हाथ है और हर बार वह इन युवको को बचा लेते है. चर्चा तो यहाँ तक है कि इस घटना की लिखित सुचना थाने पर दिलती है या यह भी पहले की तरह ही क्षेत्र में कथित सुलह समझौते के तहत हल कर लिया जायेगा.

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