शाहजहाँपुर (तिलहर) :- तूल पकड़ता दिखाई दे रहा 181 और 182 पालिका आराजी का मामला

कोतवाली के सामने पालिका की करोड़ो की भूमि पर अवैध कब्जे का मामला

(इमरान सागर की कलम से)
तिलहर,शाहजहाँपुर :- प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद सरकार की करोड़ो की जमीनो पर तेजी से अवेध कब्जा होता नज़र आने लगा! भूमि पालिका प्रशासन की हो या तहसील के राजस्व विभाग की तमाम गाटा संख्याओं के बड़े रक़बे पर भूमाफियों के शिकंजे में फंसती नज़र आ रही हैं!
नगर के पश्चिमी ओर कोतवाली के सामने स्थित पालिका की गाटा भूमि 181 और 182 के बड़े रक़बे  अबैध निर्माण के रूप में बनी दुकानो को लगभग दो वर्ष पूर्व तहसील व पालिका प्रशासन द्वारा निवर्तमान उपजिलाधिकारी की कड़ी मशक्कत के गिरा दिया गया था! गौरतलब हो कि उस समय प्रदेश में समाजबादीपार्टी सरकार रही थी तथा वहीं पालिका प्रशासन के पास वोर्ड का अध्यक्ष भी!
कोतबाली के सामने स्थित पालिका प्रशासन की खाली पर बड़े रक़बे की करोड़ो की भूमि पर एक बार फिर उन्ही के द्वारा अबैध रूप से कब्जा कर निर्माण कर लिया गया! हालांकि पिछले लगभग पांच माह से नगर भर में पालिका भूमियों पर तेजी से अबैध कब्जा कर निर्माण होते नज़र आ रहे हैं जबकि पालिका अध्यक्ष के निकाय चुनाव के सम्बन्ध में आचार सहिंता का खुला उल्लंघन है परन्तु निर्माण जारी है! पूर्व ब्लाक प्रमुख अभिनव शर्मा (बीरू) ने कोतबाली के सामने की पालिका भूमि पर हो रहे अबैध कब्जा/निर्माण की शिकायत उपजिलाधिकारी तिलहर सहित जिलाधिकारी, नगर विकास मंत्री उ०प्र० शासन तथा मुख्य मंत्री महोदय उ० प्र० शासन को भूमि के फोटो सहित भेज कर मांग की है कि पालिका की साठ गाठ से सजंय गुप्ता(जालिम) द्वारा किये गये अबैध कब्जे को तत्काल हटाया जाय तथा दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हो! हालाकि इससे पूर्व में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व नगर अध्यक्ष वरिष्ठ अधिबक्ता देवेन्द्र कुमार गुप्ता ने उक्त आराजी पर हो रहे अबैध निर्माण के बिरोध में पालिका प्रशासन को जमकर खरी खोटी सुनाई थी!
सूत्र बताते हैं कि उक्त पालिका भूमि पालिका के अध्यक्ष पद खाली होने तथा प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सरकार के नगर सूत्रो की मिलीभगत से उक्त करोड़ो की भूमि हड़पने का मंसूबा बनाया गया है क्यूंकि उक्त भूमि के एक हिस्से पर रातो रात मूर्ती निर्माण भी अबैध कब्जा करने की कड़ी माना जा रहा है! सूत्र यह भी बताते है कि मौजा उम्मरपुर स्थित तालाब के रूप में पालिका की बड़ी आराजी पालिका अध्यक्ष के रहते माफियों के कब्जे से मुक्त रहा लेकिन सरकार बदलते ही उसे भी बेच कर लाखो रुपया कमा लिया जबकि चुनाव से एक रात पहले पालिका प्रशासन ने बड़ी हिम्मत करके पुलिस की मदद से मौजा उम्मरपुर स्थित प्रस्तावित महिला आई०टी०आई० की भूमि पर अचानक होने लगे अबैध निर्माण को तत्काल खुदबा कप खत्म करा दिया था!
सबाल यह उठता है कि नगर में पालिका प्रशासन की तमाम आराजियों पर जितने अबैध कब्जे और निर्माण पिछले पांच वर्षों में नही हो सके तो वहीं इन पांच महीनों में तेजी से हो रहे सरकारी जमीनो पर अबैध कब्जो के पीछे किसका हाथ है जो नगर प्रशासन की धरोहर को नुकसान पहुंचा कर नगर के विकास में एक बड़ी खांई बना रहा है!

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