वाराणसी – थाना प्रभारी की सूझ बुझ से गर्म होने से बचा आदमपुर का हनुमान फाटक.
वाराणसी. शहर की फिजा को गर्म करने की एक नापाक कोशिश को थाना प्रभारी आदमपुर के सूझ बुझ ने आज विफल कर दिया. आदमपुर थाना क्षेत्र के हनुमान फाटक क्षेत्र में दो रिक्शे वालो के विवाद ने आज टूल पकड़ लिया और यह मामूली बात देखते देखते तनाव में तब्दील होते होते रह गया, थाना प्रभारी के अनुभव और सूझ बुझ ने क्षेत्र को गर्म होने से बचा लिया है.
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त सुचना और लोगो के बयानों के अनुसार आदमपुर थाना क्षेत्र के हनुमान फाटक क्षेत्र के रहने वाले एक रिक्शा चालक ने अपने रिक्शे को सड़क पर खड़ा कर रखा था. इसी बीच सड़क पर जाम जैसी स्थिति बन गई. तभी एक अन्य क्षेत्र के रिक्शा चालक ने आकर उसके रिक्शे को धक्का मार दिया. इस धक्के धुक्की के दौरान दोनों रिक्शा चालको में आपस में कहा सुनी होने लगी. यह कहा सुनी बढ़ते बढ़ते मार पीट में बदल गई. क्षेत्र के कुछ लोगो ने दोनों को अलग करने का प्रयास किया इसी प्रयास के दौरान दोनों पक्षों के तरफ से मौके पर जमे कुछ शरारती तत्वों ने इस झगडे को छोड़ आपस में झगडा करना शुरू कर दिया. दो अलग सम्प्रदायों के होने की वजह से झगडा दूसरा रूप लेने लगा और देखते देखते दोनों पक्षों के बीच मारपीट और पथराव की स्थिति उत्पन्न हो गई. इस मारपीट में कुछ लोगो को चोट भी आई है और साथ ही क्षेत्र में तनाव बढ़ गया. सुचना पर सदल बल मौके पर पहुचे थाना प्रभारी आदमपुर ने लोगो को तितर बितर किया.
इसके बाद चला राजनैतिक दाव पीच जिसमे लोगो को भड़काने का काम भी शुरू हो गया. एक दल विशेष के क्षेत्रीय नेता अपने समर्थको सहित मौके पर पहुच गये और अपनी राजनैतिक रोटियों को सकने के प्रयास में लग गये, मगर जनता ने उनकी भड़काऊ बाते नहीं भड़का सकी और स्थिति नियंत्रण में हो गई. समाचार लिखे जाने तक मौके पर भारी भीड़ दोनों पक्षों के तरफ से मौके पर थी. किसी भी पक्ष के तरफ से लिखित तहरीर अभी तक नहीं दिली है. थाना प्रभारी आदमपुर ने हमसे बात करते हुवे बताया कि तहरीर मिलने पर कार्यवाही अवश्य होगी, शहर के अमन चैन को बिगाड़ने की इजाज़त किसी को नहीं है. घटना की जाँच कर दोषियों पर कड़ी दंडात्मक कार्यवाही किया जायेगा.
समाचार लिखे जाने तक मौके पर क्षेत्राधिकारी कोतवाली सहित विभिन्न चौकी इंचार्ज और थाना प्रभारी आदमपुर उपस्थित है. क्षेत्र में शांति का माहोल कायम हो चूका है. अभी तक किसी भी पक्ष के तरफ से लिखित शिकायत नहीं दिली है