सपा को लगा जबरदस्त झटका, जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता ने थामा भाजपा का दामन
महेंद्र नाथ पांडेय की मौजूदगी में भाजपा में हुई शामिल
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में समाजवादी पार्टी को बहुत बड़ा झटका लगा जब वाराणसी की जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर ने सपा को छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। वाराणसी में होने वाले निकाय चुनाव से मात्र नौ दिन पहले सपा की वाराणसी जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर ने सपा से अपना किनारा कस लिया। वहीं सूत्रों की माने तो नगर निकाय चुनाव मर भाजपा का किला ढहाने का प्रयास कर रही समाजवादी पार्टी आज भाजपा के एक दांव से ही चारो खाने चित्त होती नजर आ रही है। जिसके पीछे सबसे बड़ा मुख्य कारण है सपा के शीर्ष नेतृत्व में आपसी फूट।
आज लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडेय की मौजूदगी में अपराजिता सोनकर ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। वहीं बताया जाता है कि अपराजिता सोनकर तबीयत खराब होने की बात कहकर पार्टी के चुनाव प्रचार से दूर थीं, परन्तु आज भाजपा में शामिल होना उनकी इस टाल मटोल को कुछ और ही साबित कर रहा है। वहीं दूसरी ओर एक सपा नेता ने अपना नाम न प्रसारित करने की शर्त पर बताया कि अपराजिता सोनकर के इस कदम से पार्टी में भयंकर खलबली व उथल पुथल मची हुई है, और शीर्ष नेता कुछ समझ पाने की स्थिति में नही है। भाजपा में शामिल होने पर सपा नेताओं ने कहा कि अपराजिता ने पार्टी के साथ विश्वासघात किया है। समाजवादी पार्टी ने अपराजिता को बागी करार दिया।
बता दें कि बीती जुलाई में बनारस में जिला पंचायत की अध्यक्ष को कुर्सी को लेकर उठापटक चल रही थी तब समाजवादी पार्टी ने मेहनत कर अपराजिता को विश्वास मत हासिल करवाया था। अब उनके भाजपा शामिल होने पर सपा का कहना है कि पार्टी ने उनके साथ बेटी की तरह व्यवहार किया है लेकिन उन्होंने पार्टी के साथ धोखा किया। वहीं अपराजिता सोनकर के मामा कैलाश नाथ सोनकर वाराणसी के अजगरा विधानसभा से भाजपा-भासपा गठबंधन के विधायक हैं। वो विधानसभा चुनाव से पहले सपा छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे। माना जा रहा है कि अपराजिता के इस कदम में कैलाश सोनकर का बड़ा योगदान है।