नितीश के अभियान से प्रेरित होकर नहीं लिया दहेज, बैलगाड़ी से दुल्हन लेने पहुंचा दूल्हा
पटना। शराबबंदी के बाद नीतीश सरकार के नेतृत्व में चल रहे दहेज विरोधी अभियान का असर कुछ जगहों पर देखने को मिल रहा है। जहां दहेज मुक्त शादी की जा रही है, इसी तरह की एक शादी बिहार के पूर्णिया में देखने को मिली जहां शादी में दहेज नहीं लेने का एलान करते हुए दूल्हा शादी के लिए बैलगाड़ी से ससुराल पहुंचा। बैलगाड़ी से बारात जाने के दौरान आस-पास के लोग इस नजारे को बड़े ही उत्साहित तरीके से देख रहे थे और इस शादी को लेकर नीतीश सरकार के इस अभियान की चर्चा कर रहे थे।
बैलगाड़ी से दूल्हे के जाने का ये नजारा पूर्णिया जिले के बायसी प्रखंड की पुरानागंज पंचायत में देखने को मिली। जहां कला मंच की तरफ से बिना दहेज की शादी कराई गई। जिले के ही पुरानागंज गांव का रहने वाला लड़का शाकिर अंसारी बैलगाड़ी से बारात लेकर दुल्हन तराना कैसर के घर पहुंचा। जिसके बाद दोनों के बीच निकाह हुआ। इस निकाह को देखने के लिए यहां सैकड़ों लोग मौजूद थे और सभी ये कह रहे थे कि नीतीश सरकार के दहेज विरोधी अभियान ने पुराने जमाने की याद दिला दी, जब बैलगाड़ी से दूल्हा शादी करने के लिए पहुंचता था।
इस शादी को लेकर ऐसा कहा जा रहा था कि दहेज के रूप में लड़के के परिवार वालों ने कुछ भी नहीं लिया। क्योंकि वो बिहार सरकार की ओर से चलाए जा रहे दहेज मुक्त अभियान से काफी प्रेरित हुए हैं। साथ ही शादी में आए हुए सभी लोगों को कला मंच की तरफ से ये शपथ दिलाई गई कि अब वो ना तो दहेज लेंगे और ना ही देंगे।