परीक्षा केन्द्रो’ के निर्धारण मे हो रहा भारी खेल
संजय राय
चितबड़ागाँव ( बलिया ) – जनपद के ग्रामीण क्षेत्रो व शहरी क्षेत्रो’ मे’ आगामी छः फरवरी से होने वाली हाईस्कूल व इण्टर मीडिएट की बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय भ्रष्टाचार के मामले मे’ हमेशा सुर्खियो’ मे’ बना रहता है ।मगर उस वक्त कुछ ज्यादा ही चर्चा मे’ आ जाता है । जब हाईस्कूल एवं इण्टर मीडिएट बोर्ड की परीक्षाओ’ का केंद्र निर्धारित करने का समय आता है , इस समय पहली सूची जारी हो गयी है, परीक्षा केंद्र न बन पाने वाले स्कूलो’ के प्रबन्धक खासे परेशान है, और जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का चक्कर लगाने लगे है’ जाहिर है कि इस बार भी हर बार की तरह ले – देकर अन्ततः ऐसे भी परीक्षा केंद्र बना दिए जाएंगे जो मानको’को ठीक से पूरा भी नही’ कर पाते ।हालांकि पहली सूची आने के बाद भी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर अंगुलिया’ उठने लगी है कि सोलह कमरो’वाले विद्यालय को परीक्षा केंद्र नही बनाया गया है जबकि आठ कमरो’ वाले विद्यालय को परीक्षा केंद्र बना दिया गया है । दरअसल सूची आने के बाद इतना कम समय बचता है कि जिम्मेदार अधिकारी इस पचड़े मे’ पड़ने के बजाय ले -देकर किसी भी तरह निबटाने पर ही जोर देते है । शासन-प्रशासन भी समय न मिलने के कारण कार्रवाई की तलवार म्यान मे’ही रखना उचित समझता है ।जैसे -तैसे सबसे बड़ी परीक्षा पूरी कराने मे’ कर्तव्यो’ की इतिश्री करना ही सभी जायज मानते है , शायद यही वजह है कि जैसे -तैसे परीक्षा की तिथिया’ नजदीक आती है वैसे-वैसे परीक्षा केंद्रो’की सूची मे संशोधन होता रहता है । यह सब खेल कैसे होता है, यह किसी से छिपा नही’ है ।मगर कार्रवाई करने के बजाय हिस्सेदारी लेने मे ही प्रायः सभी लोग जोर देते है । बहरहाल इस बार हाईस्कूल व इण्टर मीडिएट बोर्ड की परीक्षा प्रदेश मे भाजपा की योगी सरकार की निगरानी मे होना है ।जो भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने की बात करती है । ऐसे मे परीक्षा केंद्रो’ मे संशोधन होना और ले -देकर परीक्षा केंद्रो’ का निर्धारण करना कहा’तक संभव हो पाएगा । यह तो आने वाला समय ही बताएगा । मगर एक बात जरूर है कि नोटो’ की गड्डिया’ लिए विद्यालय प्रबंधक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के इर्दगिर्द मंडराते हुए देखे जा रहे है ।शासन-प्रशासन यदि जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर छापा मारे तो भारी मात्रा मे नोट बरामद किए जा सकते है’ ।