सुशासन बाबु – जनता कह रही है आपके राज में रंगदारी चरम पर है ?
अनिल कुमार.
पटना जिला में कानून व्यवस्था सुचारु रूप से चलाने के लिए चार आईपीएस स्तर के एसपी रैंक के अधिकारी और चार एएसपी स्तर के अधिकारी और न जाने कितने डीएसपी स्तर के अधिकारी के रहते आये दिन अपराध का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है।इधर राजधानी में दिनदहाड़े हत्या, छेड़खानी और चेन स्नैचिंग होना आम बात हो गया है। आजकल अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ता जा रहा है कि व्यवसायी लोगों में लालू प्रसाद के जंगलराज याद आने लगे हैं।
इसका ताजा उदाहरण पटना जिले के बिहटा थाना का मामला है। जहाँ अपराधियों ने कुछ दिनों पहले एक दवा व्यवसायी से रंगदारी माँगी और जब व्यवसायी ने इसकी सूचना बिहटा थानाध्यक्ष को दी तो थानाध्यक्ष कारवाई करने के बजाय चुप्पी साध कर बैठ गये । जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ा और बुधवार सुबह ही अपराधियों ने दवा व्यवसायी पर अंधाधुँध फायरिंग कर दहशत फैला दिया। संयोगवश इस फायरिंग में किसी की हत्या नहीं हुई लेकिन दुकान का शीशा चटक गया । आक्रोशित व्यापारियों ने इस घटनाक्रम के बाद बिहटा बाजार बंद कर दिया। स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए पटना एसएसपी मनु महाराज ने बिहटा थानाध्यक्ष राघव दयाल को तत्काल निलंबित कर दिया और कदमकुआँ थाना के प्रभारी रंजीत कुमार सिंह को नया प्रभारी बनाया गया ।
जबकि दवा व्यवसायी से रंगदारी अपराधियों ने 6 दिसम्बर को ही माँगा था । अगर पुलिस चौकसी बरतती तो इतनी बड़ी घटना का अंजाम नहीं होता। जब तक ऐसे मामले में कोई अधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं होगा तब तक पुलिस विभाग की लापरवाही चलती ही रहेगी। बुधवार शाम आईजी नैयर हसनैन खान ने बिहटा और नौबतपुर के अपराधियों पर नकेल कसने के लिए एसएसपी मनु महाराज को एसआईटी का गठन करने के लिए आदेश दिया है। अब आगे यह देखना है कि आईजी का यह आदेश कहाँ तक अपराध पर लगाम लगा सकता है ।