कुछ लोग मेरी पीठ में छुरा घोंपना चाहते थे: साद हरीरी
लेबनान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि मेरे त्यागपत्र ने मुझे उन लोगों को अच्छी तरह पहचानने में मदद की है जो मेरी पीठ में छुरा घोंपना चाहते थे। मेहर समाचार एजेंसी ने अन्नशरा के हवाले से रिपोर्ट दी है कि लेबनान के प्रधानमंत्री साद हरीरी ने सऊदी अरब में दिए गए अपने त्यागपत्र कि ओर संकेत करते हुए कहा कि जो लोग ईरान के ख़िलाफ़ नारे लगाते थे, वही लोग मेरी पीठ में छुरा घोंपना चाहते थे। उन्होंने कहा कि अब हमने संकट के समय को पार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग मुझे लेबनान से निकालकर अपने लिए देश की राजनीति में अपना स्थान तलाश कर रहे थे और वे वही लोग हैं जिन्होंने मेरी पीठ में छुरा घोंपने की कोशिश की थी। हरीरी ने कहा कि मेरे त्यागपत्र ने बहुत कुछ हमारे लिए साफ़ कर दिया है, मुझे नहीं मालूम था कि ईरान के ख़िलाफ़ नारे लगाने वाले और मेरे पिता रफ़ीक़ हरीरी के रास्ते पर चलने का दावा करने वाले ही मुझे धोखा दे रहे थे।
लेबनान के प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे और हिज़्बुल्लाह के बीच क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक दृष्टिकोणों में काफ़ी अंतर है लेकिन हम लोग जो भी निर्णय करते हैं वह लेबनानी राष्ट्र के हित को देखकर करते हैं। साद हरीरी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी घोषित किए जाने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि लेबनानी राष्ट्र फ़िलीस्तीनियों के साथ है।