फ़िलिस्तीनियों को ईरान ने फिर दिया सहारा, भरपूर समर्थन जारी रहेगा
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने बैतुल मुक़द्दस के बारे में अमरीकी राष्ट्रपति की कार्यवाही को फ़िलिस्तीन और इस्लामी जगत के विरुद्ध षड्यंत्र बताया और समस्त मुसलमानों और इस्लामी जगत से इस षड्यंत्र के ख़िलाफ़ एकजुट होने की मांग की है। राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने सोमवार को फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास के राजनैतिक कार्यालय के प्रमुख इस्माईल हनिया से सोमवार को टेलीफ़ोनी वार्ता में कहा कि अत्याचार ग्रस्त फ़िलिस्तीनी राष्ट्र और दुनिया के समस्त मुसलमान, एकता, प्रतिरोध और डटकर, इस अमरीकी – ज़ायोनी षड्यंत्र को विफल बनाएंगे।
उन्होंने अपमानजनक अमरीकी फ़ैसले के मुक़ाबले में प्रतिरोध और डटे रहने को समस्त मुसलमानों और फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण परीक्षा बताया और कहा कि फ़िलिस्तीन के समस्त गुटों को एकता के साथ ज़ायोनी शासन और अमरीका को मुंहतोड़ उत्तर देना चाहिए और इस्लामी जगत को भी चाहिए कि वह एक आवाज़ में इस षड्यंत्र के मुक़ाबले में डट जाए।
राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने कहा कि तुर्की में बुधवार को इस्लामी सहयोग संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की बैठक में इस्लामी सरकारें पूरी शक्ति के साथ अपनी आपत्ति को दुनिया तक पहुंचाएंगी। उन्होंने बल दिया कि ईरान अतीत की भांति फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के साथ खड़ा है और नया इंतेफ़ाज़ा, फ़िलिस्तीनी राष्ट्र को उसका हक़ दिलवाने के अपने सही मार्ग को जारी रखेगा। इस टेलीफ़ोनी वार्ता में फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास के राजनैतिक कार्यालय के प्रमुख इस्माईल हनिया ने बैतुल मुक़द्दस और फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के समर्थन में ईरान की सैद्धांतिक नीतियों की सराहना की और कहा कि फ़िलिस्तीनी राष्ट्र की नज़र में इस्लामी गणतंत्र ईरान फ़िलिस्तीनी राष्ट्र की उमंगों को व्यवहारिक बनाने का एक मज़बूत स्तंभ है।