विरोधियो की हुई बोलती, बंद ऐसा किया अब्बास ने काम, देखे मौके का कुछ ख़ास फोटो
मऊ. कहते है गरीबी का कोई धर्म नहीं होता, तकलीफ का कोई मज़हब नहीं होता, दर्द की कोई ज़ात नहीं होती और गरीबो की मदद करने वाला इस सबसे ऊपर होता है. वह न धर्म देखता है न ज़ात, न मस्जिद देखता है न मंदिर और न शिवाला, उसकी नज़र में सब एक जैसे होते है. शायद यही वजह है कि कोई मुसीबत ऐसे गरीबो के मददगारो का बाल भी बांका नहीं कर पाती है. विगत कुछ दिनों से कुछ मज़हब के नाम पर राजनीत करने वाले लोग किसी के अच्छे काम की तारीफ नहीं कर रहे थे बल्कि उसकी कमिया निकाल रहे थे. कहते थे कि अब्बास केवल एक धर्म विशेष के नेता बन रहे है.
इन सबके बीच आज मुख़्तार अंसारी पुत्र अब्बास अंसारी शहर के मशहूर शीतला मंदिर पहुचे और वहा बैठे सभी गरीबो को रजाई दिया. इस कड़ी में अब्बास अंसारी ने मंदिर के सभी पुजारियों को भी एक एक रजाई दिया. रजाई पाकर जहा सभी गरीबो के चेहरे पर एक ख़ुशी दिखाई दी वही मंदिर के पुजारी ने अब्बास अंसारी की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुवे कहा कि इस प्रकार के नवयुवक समाज को सही रास्ता दिखायेगे और समाज में धर्म और जात के नाम पर लोगो ने जो ज़हर बोया है उसको मिटायेगे. उन्होंने कहा कि अब्बास अंसारी एक जुझारू युवा है और क्षेत्र के लिये अपने दिल में प्रेम रखता है. आज उसकी यह मिसाल कायम हुई है कि उसने मंदिर में भी आकर सबको रजाई बाटी है,
इस बीच जहा अब्बास के प्रशासक इससे खुश नज़र आये वही विरोधियो के मुह पर ताला लगा हुआ है,. विरोधी कुछ भी अब कहने की स्थिति में नहीं बचे है और सिर्फ हां और हु में कहकर काम चला रहे है. अब्बास के आज के कार्यक्रम की मऊ नगर में चतुर्दिक चर्चा है. वही मंदिर में मुख्या पुजारी ने अब्बास अंसारी के गले में माला पहना कर कहा कि यह विजय की माला है. आप सदैव विजय प्राप्त करे ऐसी ईश्वर से हम सब प्रार्थना करेगे,