कठिन परिस्थिति में सैनिक करता है देश की रक्षा : जीओसी
इलाहाबाद : सैनिक अपनी मातूभूमि की रक्षा के लिए रेगिस्तान की तपती धूप, खून जमा देने वाली सियाचिन की बर्फीली हवाओं और समुद्र की उफनाती लहरों का सामना हंसते-हंसते करता है। ऐसे रण बांकुरों को हम कभी नहीं भूल सकते हैं। चाहे वह सेवानिवृत्त ही क्यों न हो। यह बातें पूर्व यूपी एवं एमपी सब एरिया के जीओसी मेजर जनरल अनिल द्विवेदी ने कहीं। उन्होंने रविवार को न्यू कैंट स्थित युद्ध स्मारक पर आर्मड फोर्सेस वेटरेंस डे पर सेना के जांबाजों के योगदान को याद किया।
मेजर जनरल अनिल द्विवेदी ने कार्यक्रम की शुरुआत शहीदों के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करके किया। एयर कमोडोर शंकर श्रीवास्तव और जल, थल और वायु सेना के वेटरेंस को भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मेजर जनरल अनिल द्विवेदी ने तीनो सेनाओं के पूर्व सैनिक, वीर नारियों के योगदान और बलिदान को सराहा। कहा कि सभी वेटरेंस और उनके परिजनों के हित के लिए देश और हमारा डिफेंस फोर्स सदैव कटिबद्ध है। इसीलिए हर स्टेशन में इस वेटरेंस का अयोजन किया जाता है।
इलाहाबाद के सबसे वयोवृद्ध वेटरन 90 वर्षीय मेजर जनरल एमएन रावत पीवीएसएम ने शहीदों को पुष्पांजलि कर सेल्युट किया। कार्यक्रम के दौरान चार वीर नारियों को सम्मानित किया गया। जरूरतमंद पूर्व सैनिक और उनकी विधवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की गई। डीपीसीसी के द्वारा संकलित पेंशन संबंधी एक किताब का विमोचन मेजर जनरल अनिल द्विवेदी, मेजर जनरल एमएन रावत द्वारा किया गया। इससे सभी वेटरेंस को पेंशन संबंधी सभी जानकारी एक मुश्त एक किताब में मिल जाएगी। 400 से अधिक पूर्व सैनिक, वीर नारी, और उनके परिवार के सदस्य सम्मलित हुए। वेटरेंस समस्या के समाधान के लिए डीपीसीसी, वायु सैनिक पेंशन सेल, जिला कल्याण बोर्ड के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
सहूलियत के लिए वाट्सएप नंबर किया साझा
कर्नल बलबीर झा, कर्नल वेटरेंस सब एरिया और कर्नल एमरथ रिटायर्ड, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी ने पूर्व सैनिक और उनके आश्रितों के लिए सेना, राज्य और केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रही कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। सभी को आज से दिए गए ईसीएचसी स्मार्ट कार्ड की जानकारी दी। जिससे ईसीएचसी स्कीम के तहत मिलने वाली स्वास्थ्य सेवा और सरल व बेहतर हो सके। आर्मी हेडक्वार्टर के द्वारा जारी किया गया नया वाट्सएप नंबर 9869957972 के बारे में जानकारी दी गई, ताकि ईसीएचएस व्यवस्था का लाभ सभी लोग उठा सकें।