संत सम्मेलन में दो घंटे रहेंगे मुख्यमंत्री
कनिष्क गुप्ता.
इलाहाबाद : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 19 जनवरी को संगम नगरी का दौरा फाइनल हो गया है। वह माघ मेले में स्थित विश्व ¨हदूपरिषद के शिविर में आयोजित होने वाले संत सम्मेलन में शिरकत करेंगे। समारोह में लगभग दो घंटे मुख्यमंत्री रहेंगे। तैयारियों का जायजा लेने के लिए पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद मंगलवार को यहां पहुंच गए। दूसरी ओर एडीएम सिटी अतुल कुमार सिंह और एसपी प्रोटोकॉल पूर्णेदु सिंह ने भी अफसरों के साथ समारोह स्थल का जायजा लेकर सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों के लिए रणनीति तय की।
तय कार्यक्रम के मुताबिक, मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से यहां 19 जनवरी को दोपहर लगभग 12 बजे पहुंचेंगे। लगभग दो घंटे तक वह समारोह में रहेंगे। दो बजे वह लखनऊ रवाना हो जाएंगे। समारोह में उन्हें बतौर गोरखनाथ पीठाधीश्वर के तौर पर आमंत्रित किया गया है। हालांकि, प्रोटोकॉल तो मुख्यमंत्री का ही रहेगा। समारोह में मुख्यमंत्री योगी का संत और महात्माओं की ओर से अभिनंदन किया जाएगा। बाद में योगी संतों को सम्मानित करेंगे। इस दौरान साधु-संन्यासियों को मुख्यमंत्री कंबल आदि भी वितरित करेंगे। मंगलवार को एडीएम सिटी, एसपी प्रोटोकॉल ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद अफसरों के साथ बैठक भी हुई। आयोजन की पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी गई। एडीएम सिटी ने बताया कि पंडाल के साथ ही दो मंच बनाए जा रहे हैं। एक मंच पर सीएम समेत प्रमुख संत व विहिप के प्रमुख पदाधिकारी रहेंगे, जबकि दूसरे मंच पर अन्य लोग रहेंगे। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर सम्मेलन स्थल के पास में ही बनाए जा रहे हेलीपैड पर उतरेगा।
मंडलायुक्त डॉ.आशीष कुमार गोयल, डीएम सुहास एलवाई और कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, एसपी मेला नीरज पांडेय ने भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर की जा रही तैयारियों को लेकर अफसरों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर मंगलवार शाम पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री स्वामी चिन्मयानंद भी यहां पहुंचे। सर्किट हाउस में आयोजकों के साथ उन्होंने बैठक की और पूरी जानकारी ली। इसके बाद उनकी ओर से भी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजी गई।
कुंभ के कार्यो का करेंगे समीक्षा
मुख्यमंत्री अपने दौरे के दौरान कुंभ 2019 के लिए कराए जा रहे कार्यो की प्रगति की समीक्षा भी करेंगे। वह माघ मेले का भी निरीक्षण कर सकते हैं। माघ मेला को कुंभ के ट्रायल के रूप में देखा जा रहा है इसलिए मुख्यमंत्री मेले का जायजा लेने जा सकते हैं।