स्वरूपानंद को दंडी संन्यासियों की शास्त्रार्थ की चुनौती पर ब्रह्मचारी अनिरुद्ध नाराज
इलाहाबाद । दंडी संन्यासियों द्वारा शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को शास्त्रार्थ की चुनौती देने पर स्वामी स्वरूपानंद के शिष्य ब्रह्मचारी अनिरुद्ध प्रकाश ने नाराजगी व्यक्त की है। आज जारी बयान में उन्होंने कहा कि वयोवृद्ध शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद को शास्त्रार्थ की चुनौती देकर स्वामी महेशाश्रम ने निंदनीय कार्य किया है। स्वामी महेशाश्रम दंडी संन्यासियों के नेता बनकर बात कर रहे हैं। वह अपने नाम के आगे आश्रम लगाते हैं। तीर्थ और आश्रम संन्यासी के आचार्य द्वारिका शारदापीठ के शंकराचार्य होते हैं। स्वामी स्वरूपानंद द्वारिका पीठ के भी शंकराचार्य हैं, जो उनके लिए भगवान स्वरूप हैं।
सुविधाओं के लिए स्वरूपानंद हाईकोर्ट जाएंगे
माघ मेला क्षेत्र में ज्योतिषपीठ की जमीन व सुविधाएं नहीं मिलने से नाराज शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। स्वामी स्वरूपानंद की ओर से सोमवार आठ जनवरी को हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर जमीन व सुविधाएं मांगी जाएंगी। शंकराचार्य के शिष्य ब्रह्मचारी श्रीधरानंद ने बताया कि मेला प्रशासन ने सरकार के इशारे पर नियम विरुद्ध कार्य किया है। शंकराचार्य स्वरूपानंद ज्योतिष पीठाधीश्वर हैं, उनका अभिषेक धर्म व कानून के अनुरूप हुआ है। बावजूद उन्हें जमीन व सुविधाएं नहीं मिली। बीते साल उन्हें ज्योतिष व द्वारिका पीठाधीश्वर के रूप में जमीन व सुविधाएं मिली थी।
कुंभ के सभी आरओबी पूर्ण
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कुंभ 2019 के पहले शहर में सभी निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) तथा फ्लाईओवर बन जाएंगे। कुंभ के निमित्त हो रहे कार्यों का निरीक्षण करते हुए उन्होंने यह टिप्पणी की। डिप्टी सीएम ने कार्यों के चलते हो रही दिक्कतों के लिए शहरियों से खेद भी जताया। वह कुंभ को लेकर कराए जा रहे निर्माण की प्रगति देखने निकले। सबसे पहले बेगम बाजार और फिर हाईकोर्ट के पास पानी टंकी चौराहे पर बन रहे आरओबी का निरीक्षण किया। यहीं पर बन रहे फ्लाईओवर को भी देखा। इसके बाद वह माघमेला क्षेत्र गए। वहां साधु-संन्यासियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। संगम पर जाकर स्नान घाटों को भी देखा। उन्होंने माघ मेले में सभी सुविधाएं मुहैय्या कराने के निर्देश दिए। साथ ही कुंभ के कार्यों की प्रगति समीक्षा के दौरान उन्होंने दो टूक कहा कि किसी भी हालत में अक्टूबर तक सभी कार्य पूरे कर लिये जाएं।