पशु आश्रम का पता नहीं, किसानो की का नुक्सान कर उनको खून के आंसू रुला रहे अन्ना पशु
मानव की सुरक्षा का इन्तजाम ही नही, पशुओं की सुरक्षा क्या करेगी सरकार-गोरख पासवान
उमेश गुप्ता.
बिल्थरारोड। उत्तर प्रदेश सरकार की पशु आश्रय लागू स्कीम जमीनी स्तर पर अभी तक दिखाई नही दी, और न छुट्टा पशुओं के रहन-सहन व खाने-पीने का कोई बैकल्पिक कोई ब्यवस्था ही कराया गया। जिससे ये छु्ट्टा पशु खुले आम हरियाली फसलों को नष्ट कर रहे हैं। इन छुट्टा पशुओं के द्वारा किये जा रहे फसलों के वुकसान के कारण किसानों में क्षोभ एवं रोष ब्याप्त है।
जानकारी के अनुसार तहसील क्षेत्र के ग्राम किड़िहरा पुर व चन्दाडीह, हल्दीरामपुर इलाकों में ये छुट्टा पशु अभियान बनाकर हरियाली खेतों में चारा हेतु पहुंच जा रहे हैं। यदि किसी ने देख लिया और इन्हें भगाने का प्रयास किया तो उन्हें इसके लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पशुओं की इन हरकतों के कारण हजारों हजार रुपये लागत की हरियाली फसलों की हो रही वर्वादी के कारण उनमें काफी आक्रोश ब्याप्त है। किसान नेता रामनगीना शास्त्री ने किसानों के हित में सरकार से फसलों की हो रही वर्वादी पर सर्वे रिपोर्ट के आधार पर फसल बीमा के तहत किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।
पूर्व सपा विधायक गोरख पासवान ने कहा है कि जानलेवा ठंढ से लोगों की मौत होती जा रही है, प्रत्येक ग्राम में एक-एक, दो-दो कम्बल का वितरण किया गया है। जो सरकार इंसानों की रक्षा व सुरक्षा नही कर पा रही है वह कोई स्कीम चलाये वह छुट्टा पशुओं से फसलों की सुरक्षा व पशुओं की सुरक्षा क्या करेगी।