भागलपुर : कुमार अनुज की आय से अधिक संपत्ति की होगी जांच, टीम गठित
गोपाल जी,
भागलपुर बागबाड़ी दुकान आवंटन घोटाला, लोदीपुर में विकास मित्र बहाली धांधली जैसे कई अन्य की जांच झेल रहे पूर्व एसडीओ कुमार अनुज के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच शुरू होगी. डीएम आदेश तितरमारे ने जिला स्तरीय निगरानी धावा दल को निर्देश जारी किया है. निगरानी धावा दल में वरीय पदाधिकारियों के अलावा पुलिस के भी दो डीएसपी स्तर के पदाधिकारी शामिल हैं. यह दल निर्धारित समयावधि में कुमार अनुज के वेतन के आधार पर उनकी संपत्ति का ब्योरा आकलन की रिपोर्ट देगा.
सामान्य प्रशासन ने कुमार अनुज मामले में डीएम को बनाया सक्षम प्राधिकार:
बिहार प्रशासनिक सेवा से आये पदाधिकारियों पर किसी तरह की जांच व कार्रवाई को लेकर सामान्य प्रशासन के पास प्रस्ताव जाता है. वहां की अनुमति पर आगे कोई कदम उठाया जाता है. पिछले दिनों जिला प्रशासन ने सामान्य प्रशासन को कुमार अनुज के एक मामले में कार्रवाई की अनुमति मांगी थी. सामान्य प्रशासन ने डीएम आदेश तितरमारे को सक्षम प्राधिकार मनोनीत कर दिया. डीएम अपने स्तर पर सीधे कुमार अनुज की ओर से की गयी प्रशासनिक अनियमितता पर जांच या अन्य कदम उठा सकते हैं.
डीएम स्तर से सीधे कुमार अनुज को भेज सकेंगे नोटिस:
सामान्य प्रशासन से सक्षम प्राधिकार मनोनीत होने पर डीएम आदेश तितरमारे किसी पूछताछ की जरूरत होने पर सीधे कुमार अनुज को नोटिस भेज सकेंगे. इसको लेकर सामान्य प्रशासन के माध्यम से नोटिस भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी. जिला निगरानी धावा दल को अगर पूछताछ की जरूरत होगी, तो वह डीएम के माध्यम से सीधे चिट्ठी जायेगी.
बागबाड़ी दुकान आवंटन घोटाला जैसे मामलों से आय की उम्मीद :
तत्कालीन उप विकास आयुक्त अमित कुमार ने बागबाड़ी दुकान आवंटन घोटाले की जांच रिपोर्ट में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता का अंदेशा उठाते हुए निगरानी जांच की सिफारिश की थी. इस बारे में बबरगंज थाना में दर्ज प्राथमिकी को निगरानी के हवाले कर दिया गया.
निगरानी ने भी अपनी जांच में वहां पर अनियमितता की बात को काफी हद तक सही माना है. ऐसी आशंका जाहिर की जा रही है कि दुकान आवंटन में घोटाले में पैसे का ट्रांजेक्शन हुआ है और इसका फायदा भी किसी न किसी सरकारी कर्मी को हुआ है. इस तरह का खुलासा निगरानी धावा दल की ओर से आगे की जांच में होगी.