मारवाड़ी अस्पताल में बिना लाइसेंस के चल रही थी आयुर्वेदिक सेवाये, टीम ने छापेमारी कर किया सील,
साभार – अरशद आलम
वाराणसी। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक अस्तपाल की भारी अनियमितता सामने आई है। गोदौलिया स्थित श्री राम लक्ष्मीनारायण मारवाड़ी हिंदू अस्पताल में बिना लाइसेंस के आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण का मामला शासन तक पहुंचने के बाद टीम ने छापेमारी कर सील कर दिया है। टीम के छापेमारी के बाद मरीज में तरह-तरह के चर्चे व्यापत रहे।अस्पताल के आयुवेर्दिक सेवाओं की लगातार मिल रही शिकायत पर निदेशक आयुर्वेदिक सेवाएं लखनऊ के निर्देश पर गुरूवार को स्थानीय विभागीय टीम ने अस्पताल में औचक छापेमारी की। इस दौरान टीम ने बिना लाइसेंस के चल रहे आयुर्वेद विभाग और दवाखाने को सीज कर दिया।
इस कार्यवाही से अस्पताल में अफरातफरी मची रही। छापेमारी की अगुवाई क्षेत्रीय आयुर्वेदिक, यूनानी अधिकारी वाराणसी डा. बद्री प्रसाद पटेल ने किया। टीम में शामिल छह सदस्य टीम ने अस्पताल का कोना-कोना देखा। इस दौरान टीम के एक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल की शिकायत मिलने के बाद हमारी टीम यहां पहुँची। उचित कागजात न दिखाने और लाइसेंस न होने के कारण विभाग ने मेन्युफेक्चरिंग विभाग और दवा खाना को सीज किया। इस बाबत अस्पताल प्रबंधन कमेटी के सचिव गौरीशंकर नेवर ने बताया कि हम बिना लाइसेंस के विभाग चला रहे थे । हमारा उद्देश्य कोई प्रचार प्रसार नही बस विभाग चलाना था। अब लाइसेंस के लिए आवेदन करेंगे।
बताते चले, अस्पताल ने अपने 100 साल पूरे कर लिए हैं। शताब्दी वर्ष में ही आयुर्वेदिक सेवाएं शुरू हुई थी। अस्पताल में एलोपैथ, होम्योपैथ और आयुर्वेद तीनों विधाओं की दवा दी जाती है। अस्पताल का क्षेत्र में बड़ा सम्मान भी है। लेकिन हाल के दिनों में कई मरीजों की मौत और आपरेशन के नाम पर मनमाना वसूली को लेकर अस्पताल प्रबन्धन की जमकर किरकिरी भी हो चुकी हैं।