कृष्णानंद राय हत्याकांड : न आये बाहुबली मुख्तार, नही हो सका मुन्ना बजरंगी का बयान
मोहम्मदाबाद के भाजपा विधायक कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की हत्या के मामले में दिल्ली की तीस हजारी स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में इस बार भी कुछ खास नहीं रहा। घटना की साजिश रहने के आरोपित मऊ सदर के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की तरफ से मेडिकल आ गया था जिसमें बीमारी का वास्ता देते हुए न आने की बात कही गयी थी। दूसरे आरोपित माफिया मुन्ना बजरंगी को झांसी जेल से लाया गया, लेकिन बयान नहीं हो सका। अलबत्ता एजाज का बयान दर्ज कर लिया गया। कोर्ट ने सुनवाई के लिए 31 जनवरी की तिथि नियत की है। सूत्रों के मुताबिक अगली तारिख पर स्पष्ट हो जायेगा कि बयान मुल्जिम में किस तारिख को किसकी पेशी करायी जायेगी।
लंबी कानूनी लड़ाई के बाद निस्तारण की तरफ मामला
कृष्णानंद राय की हत्या के बाद उनकी पत्नी अलका राय ने न्याय की खातिर लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी है। पहले तो विवेचना पुलिस के बजाय सीबीआई से कराने की खातिर हाईकोर्ट तक गुहार लगानी पड़ी और इसके बाद प्रदेश के बाहर सुनवाई की खातिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। आरोपितों के प्रदेश की अलग-अलग जेल में रहने के चलते लंबे समय से सुनवाई पर कम ही लोग पहुंच पा रहे थे। अब अभियोजन की तरफ से साक्ष्य पूरे हो चुक हैं और बयान मुल्जिम की प्रकृया इस तारिख से शुरु हो चुकी है।
वारदात के पहले से मुख्तार जेल में हैं
खास यह भी है कि दुुसाहसिक वारदात के पहले से मुख्तार अंसारी जेल की सलाखों के पीछे हैं। उन पर ही नहीं बल्कि बड़े भाई पूर्व सांसद अफजाल अंसारी पर भी साजिश रचने की आरोप है। उधर एक अन्य आरोपित संजीव जीवा को भाजपा के विधायक रहे ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के मामले में सजा सुनाई जा चुकी है