श्री सीताराम संकीर्तन की मनायी गयी महोत्सव
संजय राय.
चितबड़ागाँव ( बलिया ) – स्थानीय नगर पंचायत स्थित वार्ड संख्या – 5 ब्राह्मी बाबा नगर में श्री सीताराम संकीर्तन भवन पर विशाल महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें भक्तों ने प्रवचन का आनंद उठाया । गौरतलब है कि श्री सीताराम संकीर्तन भवन पर मानस जिज्ञासु सदानंद गुप्ता द्वारा प्रवचन का आयोजन किया गया। श्री गुप्ता ने प्रवचन में बताया कि कर्म का फल समस्त जीवों को भुगतना पड़ता है जिसमें हम सभी तो दूर मर्यादा पुरुषोत्तम राम भी इससे वंचित नही रहे , बताया कि जिस समय सुग्रीव से मित्रता हुई उस समय बलि को छिपकर बड़ों से बेध दिए जैसे की त्रेतायुग युग का कर्म फल द्वापर युग में श्रीकृष्ण के रूप में वाणों से बहेलिया के पैरों में तीर चलाकर मार दिया ।
साथ ही आचार्य प्रभुनाथ तिवारी ने भी जय – विजय को सनकादिक श्राप के अन्तर्गत प्रवचन में बताया कि विपुलमुन्नी ने कहा कि हे प्रभु हमारे सामने जो यह मनोहर रूप जो आपने धारण किया है उससे हमें अत्यंत ही सुख व शांति मिली है ऐसे में बताया कि विजयाशक्त अजितेन्द्रिय पुरूषों के लिए दृष्टिगोचर होना अत्यंत कठिन होता है । इसी क्रम में मानस मर्मज्ञ श्री ठाकुर जी ने भी नारद का अभिमान व माया का प्रभाव कथा के बारे में भक्तों को बताते हुए कहा कि जिस विधि से आप हम सभी का कल्याण करें इसके लिए हम सभी आपके चरणों में नतमस्तक होकर आपका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं ।मौके पर मुख्य रूप से कैलाश नाथ तिवारी, प्रभुनाथ तिवारी, विहारी लाल , रामजी मिश्रा तथा विजय नारायण सिंह आदि लोग मौजूद रहे ।