डीएम ने किया जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण, डाक्टर, नर्स और न्यूट्रिशन पर गिरी गाज, सीएमएस पर होगी कार्रवाई
मऊ : जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु द्वारा जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया। यहां एक चिकित्सक जहां बाहर से दवा लिखते पाए गए तो शिशु पुनर्वास केंद्र पर भी कई अनियमिताएं मिली। यहां दो दिन पूर्व ही नासीरपुर गांव से इलाज के लिए भेजे गए अति कुपोषित बच्चे के भर्ती करने का कोई प्रमाण नहीं मिला। इस पर जिलाधिकारी ने चिकित्सक सहित स्टाप नर्स, न्यूट्रीशियन की सेवा समाप्ति करने के निर्देश दिए। साथ ही अस्पताल में एक चिकित्सक द्वारा अस्पताल में दवा उपलब्ध होने के बावजूद बाहरी दवा लिखते पाए जाने पर उनके व सीएमएस के विरुद्ध कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखने को कहा।
जिलाधिकारी को जिला अस्पताल के निरीक्षण के समय भर्ती मरीज किरन ने बताया कि डा. एके राय द्वारा बाहर की दवा लिखी जा रही है। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से पूछा कि यह दवा है या नहीं तो स्टोर में देखने पर पता चला कि दवा उपलब्ध मिली। इस लापरवाही पर जिलाधिकारी ने डा. एके राय एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. बृज कुमार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शासन को पत्र लिखने के निर्देश दिए। जिला अस्पताल में शिशु पुनर्वास केंद्र पहुंचे जहां अतिकुपोषित बच्चों को जो बीमार है उन्हें मुफ्त चिकित्सा दी जाती है तथा उसके अभिभावक को भी कुछ पैसे मिलते हैं।
यहां कोई बच्चा भर्ती नहीं मिला जबकि जिलाधिकारी ने अपनी नासिरपुर गांव में लगी चौपाल से एक बच्चें को तीन दिन पहले भेजा था। उसका कोई रिकार्ड भी नहीं था। इस पर जिलाधिकारी ने डा. एमपी ¨सह, तारा स्टाप नर्स, पूजा न्यूट्रीशियन की सेवा को समाप्त करने के निर्देश दिए। जिला अस्पताल में एक महिला ने बताया कि दो दिन से उसका एक्स-रे नहीं किया जा रहा है। मरीज किरन ने बताया कि ब्लड जांच के लिए 120 रुपये लिया गया। जिलाधिकारी ने एक्स-रे टेक्निशियन एनके वर्मा एवं ब्लड टेक्निशियन दरोगा ¨सह के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को दिए। जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल मे बाहर फेंके हुए सामान के लिए कार्रवाई करने का निर्देश दिया।