भाजपा शासित राज्य गोवा – सिर्फ दो जिलो वाले इस राज्य में कोई जिला खुले में शौच मुक्त नहीं.
मकबूल शेख.
मुम्बई। देश में हर तरफ एक मुहीम छिड़ रखी है कि देश को खुले में शौच मुक्त करो. हर तरफ प्रचार प्रसार में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है. वही दूसरी तरफ चिराग तले अँधेरा की कहावत चरितार्थ कर रहा है गोवा. भाजपा शासित राज्य गोला का कोई भी जिला खुले में शौच मुक्त नहीं है. बताते चले कि गोवा अक्सर विदेशियों की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक के तौर पर पेश किया जाता रहा है लेकिन तीन साल पहले शुरू किये गये सरकार के महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत अभियान के तहत इसके किसी जिले को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित नहीं किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि बिहार एवं मणिपुर के साथ पश्चिम तटीय राज्य में एक भी ऐसा जिला नहीं है जिसे खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया हो। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि गोवा में सिर्फ दो जिले हैं जबकि बिहार में 38 एवं मणिपुर में नौ जिले हैं। पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर ने हाल में एक संवाददाता सम्मेलन में इस सम्बन्ध में कहा था कि ‘‘दुर्भाग्य से गोवा में एक भी जिला खुले में शौच मुक्त नहीं है। हमें यह जानने की आवश्यकता है कि राज्य को इस संबंध में क्या दिक्कतें आ रही हैं।’’ अधिकारियों का मानना है कि दुनिया के सबसे मशहूर पर्यटन स्थलों में से एक होने के कारण राज्य की इस चुनौती से निपटने की तत्काल आवश्यकता है। प्रक्रिया में तेजी लाने और कारणों का पता लगाकर राज्य को जल्द से जल्द खुले में शौचमुक्त करने के लिये समाधान तलाशने के मकसद से अय्यर गोवा गये थे।
गोवा, बिहार एवं मणिपुर के अलावा ओडिशा, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, पुडुचेरी भी ओडीएफ सूची में निचले स्थान पर हैं. जबकि अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल एवं चंडीगढ़ तथा दमन-दीव जैसे राज्य ओडीएफ सूची में शीर्ष पर हैं और ये शत प्रतिशत कवरेज हासिल करने के करीब हैं।