प्रशिक्षु शिक्षकों ने माँगी भिक्षा
इलाहाबाद। प्रशिक्षु शिक्षकों ने मौलिक नियुक्ति की माँग को लेकर आज सुभाष चौराहे पर भिक्षा माँगी। प्रशिक्षु शिक्षक संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष संदीप पाण्डेय ने बताया कि हम लोगों ने अपनी प्राइवेट नौकरी छोड़कर दिसम्बर 2016 में प्रशिक्षु शिक्षक 2011 के अन्तर्गत चयन लिया, 6 माह तक प्रशिक्षण लिया, प्रशिक्षण के दौरान हमें ₹7300/- प्रतिमाह मानदेय मिला।
नियमानुसार प्रशिक्षण पूर्ण होने के एक माह अन्दर मूलरूप से सहायक अध्यापक के निर्धारित वेतनमान पर तैनाती मिलनी थी। लेकिन शासन ने विगत 5 माह हमारी मौलिक नियुक्ति अकारण ही लंबित रखा है। अब मानदेय भी खर्च हो चुका है और दैनिक जीवन निर्वहन के साधन कोई उपलब्ध नहीं है। अतः हम लोग भिक्षा माँगने को विवश हैं। भोजराज सिंह, अनिल यादव, परशुराम शर्मा, भँवर सिंह, प्रतिभा शुक्ला, कल्पना, सुनीता, ज्योति गोस्वामी सहित लगभग 300 प्रशिक्षु शिक्षकों ने सामूहिक रूप से सुभाष चौराहे पर भिक्षा माँगी।
प्रशिक्षु शिक्षक चयन-2011 अंतर्गत वर्ष 2016 में चयनित नौवें बैच के 28 जनपदों के 803 प्रशिक्षु शिक्षक अपना छः मासिक प्रशिक्षण पूर्ण करते हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा आयोजित प्रशिक्षु शिक्षक लिखित परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं जिसका परिणाम दिनांक 30.08.2017 को घोषित किया जा चुका है। नियमानुसार परिणाम घोषित होने के एक माह के अन्दर प्रशिक्षु शिक्षकों की सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त होना चाहिए लेकिन प्रशिक्षु शिक्षक परीक्षा परिणाम आये 5 माह हो गए किन्तु अभी भी प्रशिक्षु शिक्षक मौलिक नियुक्ति से वंचित हैं। प्रक्रिया के अनुसार उपरोक्त प्रशिक्षु शिक्षक नियमानुसार परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर अंतिम रूप से मौलिक नियुक्ति प्रदान किये जाने हेतु समस्त आवयश्यक अहर्ताएं पूर्ण कर चुके हैं।