प्रशासन की निगरानी में हज़ारों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी।
कौशाम्बी । जिला कौशाम्बी के थाना कोखराज के अंतर्गत मूरतगंज कस्बे से 2 किमी. दूरी पर गंगा नदी के किनारे बसा पल्हाना घाट दार्शनिक स्थल का मुख्य केंद्र है। इस गंगा नदी के किनारे को पल्हाना घाट के नाम से जाना जाता है। इस घाट पर नवरात्र, महाशिवरात्री, मकर संक्रान्ति आदि धार्मिक त्योहारों में दर्शानाभिलाषी दूर-दूर से गंगा स्नान के लिए आते है। ये गंगा नदी का घाट अपने मे एक अलग महत्वपूर्ण दार्शनिक स्थल है। यहाँ राम-जानकी मंदिर व शिवजी की मंदिर दर्शन का मुख्य केंद्र है। लगभग सैकड़ो साल पुराने इस प्राचीन मंदिर की एक अलग ही झलक दिखाई देती है। जो भक्तो को अपनी ओर आकर्षित करती है। गंगा नदी के किनारे बसे मंदिर की झलक देखने लायक है।
गंगा नदी में स्नान हेतु श्रद्धालु एक दिन पहले से ही एकत्रित होने लगते है। और सुबह 3 बजे से ही स्नानदान शुरू हो जाता है।कई बार इस घाट पर स्नान के दौरान घटनाये भी घटित हुई है। कई बार ऐसे ही स्नान करते – करते एक दो श्रद्धालु डूब ही जाते थे। लेकिन इस मकर सक्रांति पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया, गोताखोरों के साथ प्रशासन मुस्तैदी से तैनात रही, और किसी भी प्रकार की घटना न घटे उसका पूरा इंतजाम प्रशासन द्वारा किया गया।