अब औरतों के पीरियड्स में होने वाले दर्द को अहसास करेगा भारत
विनस दीक्षित की कलम से….
दर्द से भरे उन पांच दिनों को याद कर आज के समय में हर औरत सिहर जाती है ऐसे में जो कामकाजी महिलायें होती है उनके लिये मासिक चक्र दिन मुश्किल भरे होते है । कमर दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द बेहिसाब दर्द से मुक्ति तो नहीं मिल सकती लेकिन अरणाचल प्रदेश के कांग्रेस पार्टी के सांसद निनॉन्ग एरिंग ने एक बिल ” मेंस्ट्रूएशं बेनिफिट बिल ” की मांग किया है जिसमे लिखा गया है कि “कामकाजी महिला को दो दिन का लीव दिया जाये उन लीव की सेलरी से पैसे नहीं काटे नहीं जाये”। इस बिल को “पेड पीरियड लीव” नाम से सम्बोधित किया जाये।
जिसका मतलब होता है कि सरकारी या प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं को पीरियड्स समय में दो दिन की छुट्टी दी जाये इसके दौरान सैलरी न कटे। भारत जैसे सांस्कृतिक देश में इस बिल को पास किया जाये की नहीं ये एक बहुत रोमांचकारी सवाल होगा है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के मुम्बई शहर की प्राइवेट कंपनी कल्चर मशीन नाम की कम्पनी अपनी महिला वर्कर को “फर्स्ट डे ऑफ लीव पॉलिसी” नाम से पीरियड्स के पहले दिन में लीव देती है। भारत की ये पहली कंपनी है। जो महिलाओं को ये सुविधा प्रदान कर रही है।