इंटरमीडिएट की परीक्षा से गायब रहे 1283 परीक्षार्थी, फिर हुआ पेपर लीक
कनिष्क गुप्ता.
इलाहाबाद । यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में नकल पर सख्ती अब भी पूर्ववत है तो परीक्षा छोडऩे का भी सिलसिला थमा नहीं है। बुधवार को प्रदेश में इंटरमीडिएट के 1283 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। जबकि नौ छात्राओं सहित 36 परीक्षार्थी नकल सामग्री के साथ पकड़े गए। कासगंज में सॉल्वर गैंग पकड़े जाने के एक दिन बाद प्रश्न पत्र खोलने में घोर लापरवाही बरती गई और नागरिक शातस्त्र का पेपर लीक हो गया।
बुधवार को सुबह की पाली में हाईस्कूल की चित्रकला द्वितीय प्रश्न पत्र और रंजन कला द्वितीय प्रश्न पत्र तथा दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की अर्थशास्त्र द्वितीय प्रश्न पत्र और अर्थशास्त्र तथा वाणिज्य भूगोल के द्वितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा थी। इंटरमीडिएट के कुल 1283 परीक्षार्थी परीक्षा कक्षों से गायब रहे। अब तक हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं में कुल 10 लाख 67 हजार 793 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ी है। कक्ष निरीक्षकों और उडऩ दस्तों ने अलग-अलग जिलों में चेकिंग के दौरान 27 बालकों और नौ बालिकाओं को नकल करते रंगे हाथ पकड़ लिया। परीक्षा में अब तक कुल 1056 परीक्षार्थी नकल करते पकड़े जा चुके हैं। वहीं अब तक 114 एफआइआर दर्ज कराई जा चुकी है जिनमें एक एफआइआर में चंदौली जिले में परीक्षा केंद्र का चौकीदार भी नामजद है। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि परीक्षा शांतिपूर्ण रही। आगामी परीक्षाओं में भी नकल पर इसी तरह से सख्ती बनी रहेगी।
कासगंज में नागरिक शास्त्र का पेपर लीक
कासगंज में सॉल्वर गैंग पकड़े जाने के एक दिन बाद प्रश्न पत्र खोलने में घोर लापरवाही बरती गई। बुधवार को शाम की पाली में इंटरमीडिएट अर्थशास्त्र की परीक्षा से पहले केंद्र व्यवस्थापक ने नागरिक शास्त्र का पेपर खोल दिया। व्यवस्थापक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामला एसटीडीएम इंटर कॉलेज फतेहपुर सिढ़पुरा का है। सेक्टर मजिस्ट्रेट की निगरानी में अर्थशास्त्र द्वितीय के प्रश्न पत्र खोले जाने थे, लेकिन यहां केंद्र व्यवस्थापक राकेश शर्मा ने बिना लिफाफा देखे और मनमानी करते हुए नागरिक शास्त्र का द्वितीय प्रश्न पत्र खोल दिया। हालांकि बाद में उन्होंने इन्होंने इसे अपनी भूल बताया। पेपर लीक होने पर डीआइओएस आरएस राजपूत ने केंद्र व्यवस्थापक को दोषी मानते हुए उनके विरुद्ध सिढ़पुरा थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया है। साथ ही उन्हें पद से भी हटा दिया है।