जालिमो ने रिक्शा चालक को लूटने की खातिर जान से मार दिया.
रविशंकर दुबे
रामपुर. मृतक नन्हे रामपुर के सिविल लाइंस क्षेत्र के गांव आगापुर मझरे का रहने वाले था । नन्हे ई -रिक्शा चलाकर अपने दस बच्चों का पालन पोषण करता था। मृतक नन्हे मंगलवार को 23 जनवरी की सुवह को रामपुर में रिक्शा चलाने गया था। बारिश के कारण काम कम होने की वजह से वह शाम तक रामपुर में रुका था तभी शाम को तीन व्यक्ति नन्हें के पास आये और कहा कि हमें पटवाई तक जाना है और वह उन्हें लेकर चल दिया। रामपुर से सात किलो मीटर दूर जाने के बाद तीनों ने सूनसान जगह पर ईख के खेत के बराबर से रिक्शा रूकवाया और उसके साथ लूटपाट शुरू कर दी जैसे ही नन्हें ने लूटपाट का विरोध किया तो धारदार हथियार से वार कर दिया व गला घोंटकर दर्दनाक मौत के घाट उतार दिया।
जब नन्हे घर नहीं पंहुचा तो परिजनों ने थाने में गुमशुदा की तहरीर दी। परिवार वालों ने ढूंढने का काफ़ी प्रयास किया पर नन्हे नहीं मिला। आठ दिन के बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रेकिंग से पता लगाकर तीनों हत्यारों को धर दबोचा और थाने ले आई। जहाँ पर हत्यारोपियों ने ईख में नन्ने की लाश पङी होने की जानकारी पुलिस को दी और कहा कि यह हत्या हमने ही की है।
जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों की निशानदेही पर नन्हे की लाश बरामद की वहीं नन्हे के परिजनों को उसकी हत्या होने की जानकारी दी। नन्हे की लाश की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का कहना है कि परिवार में नन्हे के सिवा कमाने वाला कोई नहीं वह अपने 10 छोटे मासूम बच्चों का पालन-पोषण अकेला ही ई- रिक्शा चलाकर करता था जिसका अब कोई भी कमाने वाला नहीं रहा।
वहीं सीओ सिटी एन.पी. सिंह ने बताया कि पुलिस ने सर्वेलैंस ट्रैकिंग सिस्टम की मदद से हत्यारों का धरदबोचा है मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। अब देखने वाली बात यह है कि पकड़े गए तीन हत्यारोपियों के विरुद्ध कितनी कड़ी कार्यवाही होती है और पुलिस प्रशासन मृतक के परिजनों को कब तक न्याय दिला पायेगा है।