‘साहित्य में राष्ट्रीय एकता के पोषक तत्व’ विषय पर हुआ अंतर्विषयक संगोष्टी का आयोजन

मनोज गोयल

बरेली। बरेली के कन्या महाविद्यालय,आर्य समाज में साहित्य परिषद की ओर से हिंदी,अंग्रेजी एवं संस्कृत विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ‘अन्तर्विषयक संगोष्ठी’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ कुहूदत्त गुप्त द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष माल्यार्पण एवं माँ सरस्वती की वंदना से हुआ।कार्यक्रम संयोजिका डॉ सविता उपाध्याय ने संगोष्ठी के विषय ‘साहित्य में राष्ट्रीय एकता के पोषक तत्व’ पर विस्तार से चर्चा करते हुए जयशंकर प्रसाद के सुप्रसिद्ध नाटक ‘चंद्रगुप्त’ का एक गीत ‘अरुण यह मधुमय देश हमारा…’ प्रस्तुत किया।

तत्पश्चात हिंदी विभाग से कु.शिवांगी, यशिका, आफरीन, रेनू, कुसुम, लता, कीर्ति और संस्कृत विभाग से कु.शिवानी, मुस्कान एवं अंग्रेजी विभाग से सौम्या शर्मा, सारिका, अंजलि, पूजा, मंजू, सुखप्रीत आदि छात्राओं ने शोध पत्र प्रस्तुत किए। प्राचार्या डॉ कुहूदत्त गुप्त ने अंग्रेजी साहित्य में वर्णित देश प्रेम का वर्णन किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ श्यामली सोना द्वारा किया गया। संगोष्ठी में डॉ विनीता रानी शर्मा, श्रीमती प्रगति शर्मा, डॉ पूजा सक्सेना, डॉ जय श्री बाला पांडे, डॉ मीरु दुसेजा, सोनम अरोड़ा आदि शिक्षिकाओं का विशेष सहयोग रहा।

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