कानपुर – मायके में पनाह लिये पत्नी को ज़ालिम शौहर ने साथियों के साथ घर में घुस कर मारा
समीर मिश्रा.
कानपुर. पति अगर ज़ालिम हो तो पत्नी का चैन से जीना भी मुहाल हो जाता है कुछ ऐसी ही दास्तान है एक बेबस बेटी रेशमा की. माँ बाप ने बेटी को पढ़ा लिखा कर अच्छे संस्कार देकर अपने घर से बिदा किया था काफी अरमानो के साथ मगर उफ़ ये किस्मत जो पति ही ज़ालिम निकल गया.
कानपुर के चमनगंज थाना क्षेत्र के फहिमाबाद निवासिनी रेशमा का विवाह परिजनों ने इसी थाना क्षेत्र के दलेलपूर्व निवासी शोएब उर्फ़ गुड्डू से बड़े अरमानो के साथ किया था. मगर शायद अरमान आसुओ के रास्ते कही बह गया जब रेशमा का पति ही ज़ालिम निकल गया. रेशमा के आरोपों को आधार माने तो उसका पति उसको कई कई दिनों तक भूखा रखता था और घर में खाना तक नहीं देता रहा. ज़िन्दगी की गाडी फिर भी रेशमा खीचती रही, रेशमा ने बताया कि ज़ुल्म की इन्तहा जब ख़त्म होने लगी और पति रोज़ ही मारपीट करता रहता था. आखिर इस ज़ुल्म को बर्दाश्त करने की क्षमता समाप्त हो गई तब उसने अपने घर में अपनी इस आप बीती को बताया. घर वालो ने बेटी की दुर्दशा होती देख उसको अपने पास बुलवा लिया.
रेशमा ने हमको बताया कि पिछले तीन महीनो से वह अपने मायके रहकर ही अपने बच्चे की परवरिश अपने माँ बाप और भाई के खर्च पर कर रही थी, इस दौरान उसका पति से समझौता करवाने का प्रयास उसके जेठ और माँ बाप ने भी किया मगर पति अपने कारोबार के लिये बड़ी रकम की मांग कर रहा था जिसको देने में उसके घर वाले सक्षम नहीं थे. इस दौरान उसका पति अलग अलग नम्बरों से फोन करके उसको धमकी भी दिया करता था. आज बुधवार 28 फ़रवरी को रात करीब 8:30 बजे अपने मामा के लड़के गुड्डू कंजा जो क्षेत्र का एक दबंग युवक है के साथ 3 अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ रेशमा के मायके घर के अन्दर मय कट्टे घुस आये और उसको माँ बहन की भद्दी भद्दी गालिया देते हुवे मारने पीटने लगे. इस दौरान आरोप है कि गुड्डू कंजा ने पीडिता का हाथ पकड़ कर घसीटने का प्रयास किया. जिस समय यह घटना बताई जा रही है उस समय पीडिता घर में अपनी केवल दो भाभियों के साथ थी. शोर शराबा सुनकर जब आस पड़ोस के लोग इकठ्ठा होने लगे तो आरोपी पीडिता पर एसिड अटैक की धमकी देते हुवे मौके से फरार हो गए.
बताया गया कि आरोपियों के जाने के तत्काल बाद पीडिता ने महिला सहायता केंद्र 1090 पर शिकायत दर्ज करवाई जिसके बाद मौके पर तत्काल क्षेत्रीय चौकी इंचार्ज मय दल बल पहुचे. पीडिता की लिखित शिकायत पर आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है मगर आरोपी फरार है. समाचार लिखे जाने तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था और पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी.