हाईकोर्ट के आदेश से जीडीए ने कराया मकान ध्वस्त
लोनी सोमवार के दिन लोनी की रामपार्क कॉलोनी में स्थित दिल्ली पुलिस में तैनात एएसआई के तीन मंजिला मकान पर पहुंचे जीडीए अधिकारियों ने उसकी दो मंजिल ध्वस्त कर दी। हाईकोर्ट के आदेशों पर हुई उक्त कार्यवाही के दौरान उपजिलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे।
दरसल दिल्ली पुलिस में एएसआई के पद पर तैनात कर्मवीर ने रामपार्क कॉलोनी के बी ब्लॉक में एक 100 वर्ग गज जमीन लेकर उसमें तीन मंजिला मकान बनाया था। मकान की ऊपरी मंजिलों के निर्माण के दौरान पड़ोसी डॉक्टर एस सी त्यागी ने कुछ गलतियां करने का आरोप लगाते हुए उसका विरोध किया था। बात अधिक बढ़ जाने पर त्यागी ने मामले में न्यायालय की शरण ली थी। जो पिछले कुछ महा से हाई कोर्ट में विचाराधीन था। न्यायालय द्वारा लगभग 2 वर्ष बाद दिए गए आदेशानुसार सोमवार दोपहर पुलिस बल सहित पहुंची जीडीए अधिकारियों की टीम ने कर्मवीर से उसके परिजनों व सामान बाहर करने की चेतावनी देते हुए जेसीबी की मदद से मकान की ऊपरी दोनों मंजिल ध्वस्त कर दी। कार्रवाई करने वाली उक्त टीम में एज्युकेटिव इंजीनियर एके सिंह, एई आर बी सिंह, जेई एसके श्रीवास्तव, राकेश राणा, सचिन व नेकराम साथ थे। हालांकि कार्यवाही के दौरान उप जिलाधिकारी (लोनी) इंदु प्रकाश ने भी मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली थी।
पिछले महा भी हुई थी कार्यवाही
कर्मवीर के विरुद्ध हुए हाई कोर्ट के आदेशानुसार जीडीए टीम ने 18 दिसंबर के दिन भी उसके मकान के विरुद्ध मामूली कार्रवाई करते हुए उसे स्वतः ही अपनी दो मंजिल गिरा देने की चेतावनी दी थी। जिस पर अमल ना करने पर आखिर जीडीए को स्वयं मकान की मंजिल ध्वस्त कराने संबंधी कार्यवाही अमल में लानी पड़ी