मावी ने सपा छोड़ी, बसपा का थामा दामन
लोनी पिछले लंबे समय से सपा से जुड़े ईश्वर मावी ने पार्टी की नीतियों से आहत होकर आखिर सपा छोड़कर बसपा का दामन थाम लिया है। मावी द्वारा अपनी पत्नी हजारों कार्यकर्ताओं के साथ साइकिल छोड़ हाथी की सवारी करने के बाद यह तय है कि बसपा के लिए यह सौदा जहां लाभ का सिद्ध होगा वही सपा को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। क्योंकि ईश्वर मावी लोनी कि एक वह शख्सियत है जिनके हजारों नागरिक अंधे सपोर्टर हैं।
शनिवार के दिन बसपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले ईश्वर मावी ने इस मौके पर बसपा सुप्रीमो को धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने उनपर जो विश्वास जताया है। वह उसपर पूरी तरह खरा उतरने का प्रयास करेंगे। उन्होंने सपा पर तंज कसते हुए कहा कि वह 20 वर्षों से सपा के लिए काम कर रहे थे मगर वहां सिवाय उत्पीड़न के और कुछ हासिल नहीं हो सका। पार्टी द्वारा दो बार विधानसभा का टिकट दिया गया मगर दोनों बार काट दिया गया। अब क्षेत्र में बसपा को मजबूत करना ही उनका लक्ष्य है। जितनी सपा कमजोर होगी उतनी ही बसपा को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि नगर पालिका चुनाव के दौरान उनकी पत्नी को 20 हजार वोट मिले थे अब वह सब उनके साथ जनता के बीच जाकर बसपा की नीतियों का प्रचार करेंगे। इस दौरान वहां ब्लाक प्रमुख चौधरी कृपाल, गुलजार अल्वी, हीरा भैया, आशेगुर्जर, शांति देवी, नीतिन शर्मा, सुदर्शन गुर्जर व कई क्षेत्रीय सभासदो समेत वहा सैकड़ों की तादाद में लोग उपस्थित थे।