प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को मुह चिढ़ाता मधबन नगर पंचायत में कूड़े कचड़े का लगा अम्बार
मऊ : नई नगर पंचायत मधुबन के गठन के बाद लोगो मे आस बधी थी कि मधुबन का कायाकाल्प होगा। मधुबन कि तस्वीर बदलेगी तथा बजबजाती नालिया बदहाल सडके व अधेरे मे डुबे कस्बा वासियो को रोशनी मिलेगी। लेकिन नव गठित नगर पंचायत मधुबन के शपथ के पैतिस दिन बितने के बाद भी विकास कार्य धरातलीय स्तर पर नही पहुच सका इस नगर पंचायत कि हालत बद से बत्तर बनी हुई है।
जहा बजबजाती नालिया जगह जगह लगा कुडे कचडे का अम्बार प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को मुह चिढा रहा है नगर पंचाययत मधुबन अपने अल्प संसाधनो के बदौलत स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान मे प्रथम स्थान रखने का खोखला दावा तो कर हा है जब कि वास्तविक्ता कुछ और है।
स्थानिय लोगो का कहना है कि इस सर्वेक्षण मे नगर पंचायत मधुबन को प्रयास के बाद भी उचित स्थान मिल पाना संभव नही है यहा के आमजनमानस बजबजा रही नालिया कुडेदान कि कमी कुडे उठाने के लिये अल्प संसाधनो के साथ सम्पर्क मार्गो पर स्ट्रीट लाईटो का अभाव आदि समस्याओ से जुझ रहा है बावजुद नगर पंचायत कि नज़रे इस तरफ नही जाती है जिस को लेकर नगर पंचायत वासियो ने नगर पंचायत के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लया है नगरवासी पिंटु चौरसिया अहमद अंसारी सरफराज़ प्रमोद आदि का कहना कि नव गठित नगर पंचायत के गठन होकर पैतीस दिन हो गये मगर कस्बे कि सारी कि सारी समस्या जस कि तस पडी हुई है।