भाई के हाथो चली गोली से मौत की नींद सो गई थी मासूम, पुलिस ने किया खुलासा
अंजनी राय.
बलिया।। बैरिया थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव में रेलवे क्रासिंग के पास नौ वर्षीया बालिका करिश्मा की पांच दिन पूर्व हुई हत्या के मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने दावा किया है कि मृतका के चचेरे भाई वीरेंद्र नट (15) के हाथ से चली गोली मासूम के सीने में जाकर लगी थी। यह पिस्टल उसे झाड़ी में जंग लगी मिली थी। उसे वह रेलवे पटरी किनारे पत्थर पर साफ कर रहा था। उसी दौरान उससे निकली गोली जाकर कुछ दूर पर खड़ी उसकी चचेरी बहन को लग गई। पुलिस ने सोमवार को उसे गिरफ्तार कर न्यायालय के सुपुर्द कर दिया।
आठ फरवरी को विसुनपुरा निवासी दयाशंकर नट की नौ वर्षीया बेटी करिश्मा की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह गांव के बाहर रेलवे लाइन के किनारे बकरी चरा रही थी। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची बैरिया पुलिस ने जंग लगी नाइन एमएम की पिस्टल बरामद की थी। उसमें एक खोखा भी फंसा हुआ था। साथ ही उसमें पांच जिंदा कारतूस भरे थे। घटना के बाद मृतका के पिता ने पटीदार मुन्ना नट व धर्मेंद्र नट पर हत्या का नामजद मुकदमा दर्ज कराया था किंतु मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार को मामला संदिग्ध लगा और उन्होंने पुलिस टीम गठित कर मामले की गहराई से जांच करने का निर्देश दिया था। थानाध्यक्ष गगन राज सिंह ने घटना का खुलासा कर दोनों नामजद आरोपियों का नाम आरोप पत्र से निकाल दिया गया। वहीं इस मामले को धारा 302 से हटा कर गैर इरादतन हत्या मानते हुए इसे धारा 304 में तब्दील कर दिया गया है।
अब पुलिस के लिये विवेचना का विषय हो सकता है कि आखिर कौन था वह जिसने लोड पिस्टल उस झाडी में फेक रखी थी. या फिर यह कहा जा सकता है कि छुपा रखी थी. कही यह किसी ट्रेन में अपराध करने वालो की तो नही थी, अथवा किसी अपराधी तत्व के तो नही थी. शायद विवेचना अभी बाकी है/