गौरक्षा कानून नहीं बना सकते तो मोदी गद्दी छोड़ दे – प्रवीण तोगड़िया
आदिल अहमद.
प्रधानमंत्री और वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया एक बार फिर से आमने सामने आ गए है और इस बार प्रवीण तोगड़िया ने स्पष्ट चेतावनी देते हुवे प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि यदि गौरक्षा का कानून नहीं बना सकते तो उनको गद्दी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है उनको अपनी गद्दी छोड़ देना चाहिये. कर्णाटक चुनाव के पूर्व इस प्रकार प्रवीन तोगड़िया का बयान भाजपा के लिये नुक्सान देह साबित हो सकता है ऐसा हम नहीं बल्कि राजनैतिक जानकार कह रहे है. जैसी मांग प्रवीण तोगड़िया द्वारा किया जा रहा है यदि उस माग को सरकार मान लेती है तो कई राज्यों में उसको नुक्सान उठाना पड़ सकता है.
प्रवीण तोगड़िया ने अपने बयान में कहा है कि गाय की हत्या को ले कर भाजपा का रवैया हिन्दुओ के प्रति निराशाजनक रहा हैं . भाजपा ने मुस्लिम महिलाओं समेत जीएसटी बिल जिसकी वो कभी विरोधी थी रात के बारह बजे लागू कर दिया था . तो फिर गौरक्षा कानून बनाने में क्या देर है.
विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने भिलाई के एक मंच से भाषण दे रहे थे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ललकारते हुए कहा, “मोटा भाई, रात 12 बजे जीएसटी पर कानून बना सकते हो, मुसलमान औरतों के लिए तीन तलाक का कानून बना सकते हो, तो गौरक्षा कानून क्यों पास नहीं करा सकते।” उन्होंने पीएम मोदी को चेतावनी दी, “यदि नहीं कर सकते, तो हटने के लिए तैयार रहो
तोगड़िया के इस चेतावनी भरे लफ्जों ने सोशल मीडिया की गतिविधिया बढ़ा दिया और इसको खूब वायरल भी किया जा रहा है. सर पर खड़े चुनावों में मेहनत करती भाजपा के लिये यह चेतावनी भारी भी पड़ सकती है. प्रवीण तोगड़िया ने आगे कहा कि अब कोई एक्सक्यूज नहीं नहीं चलने वाला, जब रात 12 बजे जीएसटी पर कानून बन जाता हैं .अल्पसंख्यक मुसलमान औरतों के तीन तलाक पर कानून बन सकता है तो मोदी सरकार को गौरक्षा पर कानून बनाने में दिक्कत क्या है?
प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि 1966 में विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से देश में गौरक्षा कानून बनाने के लिए संसद को घेरा गया था, तब और अब में अंतर हैं . अब केंद्र में अपनी सरकार है, अब तो कानून बन जाना चाहिए था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने संबंधों का जिक्र करते हुए कहाकि, मैंने नरेंद्र मोदी को अपने हाथ से खाना बनाकर खिलाया है. हम 12 साल से नहीं मिले. अब जल्दी दिल्ली जाकर मिलूंगा. गौरक्षा पर कानून बनाने की मांग और राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर और गौरक्षकों के खिलाफ सभी राज्यों में जारी एडवाइजरी को लेकर मिलूंगा.