मारपीट और अव्यवस्थाओं के बीच संचालित हो रहा आजमगढ़ का एआरटीओ कार्यालय
यशपाल सिंह
आजमगढ़ : शहर के जाफरपुर स्थित एआरटीओ कार्यालय में छोटी-छोटी बात को लेकर हमेशा कर्मचारियों एवं कथित दलालों के बीच मारपीट की घटनाएं होती रहती हैं जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है। कुछ ऐसा ही शनिवार को हुआ, मामूली बात को लेकर कथित दलालों ने कर्मचारी को मारपीट कर घायल कर दिया। कार्रवाई न होने से क्षुब्ध कर्मचारियों ने सोमवार को काम-काज ठप कर हड़ताल कर दी।
बताया जा रहा है कि एआरटीओ कार्यालय में शनिवार की शाम कार्यालय में लाईसेंस का कार्य करने वाले बाबू सुरेंद्र यादव पर कतिपय लोग अपना काम जल्दी कराने का दबाव बना रहे थे। इसका विरोध करना सुरेंद्र यादव को भारी पड़ गया। कहासुनी मारपीट में बदल गई। कथित दलालों ने लाइसेंस का कामकाज करने वाले बाबू का मारपीट कर सिर फोड़ दिया। बाबू की तहरीर पर मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया लेकिन सोमवार तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर आक्रोशित कर्मचारियों ने सुबह से काम-काज ठप कर दिया। काम काज ठप होने से दूर-दराज से आए सैकड़ों उपभोक्ता कार्यालय का चक्कर लगाकर वापस लौट गए। सूचना मिलने पर सिधारी थानाध्यक्ष भी मौके पर पहुंच गए। आरआइ बृजेश यादव के आश्वासन पर कर्मचारी दोपहर बाद काम पर वापस आए लेकिन ज्यादातर उपभोक्ता लौट चुके थे। इसी वजह से कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। कर्मचारियों का कहना है कि कार्यालय स्थानीय लोगों एवं कथित दलालों के कब्जे में रहता है। हमेशा मारपीट की स्थिति बनी रहती है। कोई ऐसा दिन नहीं होता होगा जब कर्मचारियों के साथ मारपीट की नौबत न आती हो। कार्यालय में अव्यवस्थाओं का अंबार है, कर्मचारी सुरक्षित नहीं हैं