हर आँखों को नम कर गया बलिया का लाल मनोज कुमार
चितबड़ागांव बलिया। थाना क्षेत्र के उसरौली गांव निवासी CRPF में कार्यरत 35 वर्षीय मनोज कुमार सिंह के नक्सली हमले में मारे जाने की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मनोज के पिता नरेंद्र नारायण सिंह CRPF से ही अवकाश प्राप्त किए हैं 70 वर्षीय नरेंद्र नारायण सिंह घटना की सूचना पाकर टूट से गए हैं।
उनकी आंखे बरस रही थी और चुपचाप बरामदे में चौकी पर बैठे थे। घर के भीतर मनोज कुमार की पत्नी दहाड़े मार कर रो रही थी पड़ोस की महिलाएं उसे संभाल रही थी मनोज कुमार सिंह के दो बेटे प्रिंस 6 वर्ष और प्रतीक 4 वर्ष मां के पास चुपचाप खड़े थे जानकारी मिलते ही दरवाजे पर गांव के लोगों कीभीड़ जमा हो गयी थी। मनोज कुमार सिंह 15 दिन की छुट्टी बिताकर शनिवार 10 मार्च को ड्यूटी के लिए घर से रवाना हुए थे। संयुक्त मकान में रह रहे मनोज सिंह अलग मकान बनाने के लिए योजना बना कर घर से गए थे पिता से बात किए थे कि एक मकान बनाई जाए मनोज सिंह का एक भाई है जो दिल्ली में प्राइवेट सर्विस करता है। पत्नी सुमन सिंह दहाड़ मारकर रो रही थी और रह रह कर बेहोश हो रही थी। पूरा परिवार इस घटना से टूट सा गया है। उसरौली गांव में शोक की लहर व्याप्त है अब प्रतीक्षा है मनोज कुमार सिंह के शव के गांव आने की।