सूखा भी नही था कर्ज माफी का जख्म कि टूट पड़ा दु:खों का पहाड़

तबज़ील अहमद 
कौशाम्बी. जय जवान जय किसान….. ये लाइन सुनकर गर्व से सीना चौड़ा हो जाता है। जी हां जवान व किसान में कोई बहुत बड़ा फर्क नही है। देश के जवान जिस निष्ठा, ईमानदारी से अपना फर्ज निभाते है, उसी निष्ठा ईमानदारी से किसान भी देश के लिए दिन रात मेहनत कर अनाज उगा देश की स्थिति को संतुलित रखता है। लेकिन जब वो किसान ही परेशान हो जाए तो देश के विकास पर बहुत बड़ा असर पड़ता है।
मामला जनपद के पुरामुफ्ती थाना के अंतर्गत स्थित ग्राम बसेड़ी का है , जहां अचानक कछार में आग लग जाने से कई बीघे की फसल जल कर राख हो गयी। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने 4 घंटे बाद आग पर काबू पाया। करीब 11 बजे लगी आग को देखते हुए किसानों ने 4 बजे शाम को सफलता प्राप्त की।
ग्रामीणों का कहना है कि आग लगने के 15 मिनट बाद डायल 100 पर सम्पर्क किया  गया , मौके पर 100 पुलिस सेवा तैनात रही व अग्निशमन यंत्र को फ़ोन किया गया तो चार घंटे बाद आई जब तक ग्रामीणों द्वारा आग पर काबू पा लिया गया था। ग्रामीणों द्वारा अग्निशमन यंत्र की देरी से पहुचने के कारण ग्रामीणो में काफी आक्रोश उत्पन्न है।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *