तमाम थी बंदिशे मगर फिर भी किया साहिबा बानो ने वह काम कि मुख्यमंत्री ने किया उनको सम्मानित
संजय ठाकुर.
मऊ : विकास खण्ड-दोहरीघाट की रहने वाली महिला स्वच्छा ग्रही साहिबा बानो एक गरीब मुस्लिम परिवार से सम्बन्ध रखती है। जिस पर न जाने कितने पहरे थे, न जाने कितनी पाबन्दियां थी। यहां तक यही पाबन्दियां उसका स्कूल भी छिन लिया, परन्तु परिन्दा जब उड़ने पर आ जाता है तो उसके पंख में परवाज लग ही जाते हैं। सुश्री साहिबा दिनांक 06 अप्रैल, 2017 को अपने गाँव से गाँव की महिला आशा दीदी के साथ जनपद में जिला पंचायतराज अधिकारी कार्यालय स्थित स्वच्छ भारत मिशन(ग्रा0) के कार्यालय में आयी और उसने अपना सपना सभी को बताया, जिसे साकार करने के लिए विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता(सी0एल0टी0एस0) विधा का प्रशिक्षण प्रदान कराया। प्रशिक्षण प्राप्त कर साहिबा बानो, महिला स्वच्छाग्रही द्वारा न जाने कितने ग्रामों में जनमानस को स्वच्छता के प्रति एवं शौचालय से होने वाली बिमारियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम द्वारा जागरूक किया।
इनके कार्य एवं लगन को देखते हुए जब अन्र्तराष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर स्वच्छ शक्ति 2018 के आयोजन में पुरस्कृत करने हेतु जनपद से महिला स्वच्छाग्रही की सूची मांग की गयी तो जनपद के जिलाधिकारी द्वारा विशेष रूप से अनुमति प्रदान करते हुए नाम लखनऊ प्रेषित करने हेतु अधिकारी को निर्देशित किया।
उसी क्रम में दिनांक 08 मार्च, 2018 को अन्र्तराष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर माननीय कांशीराम स्मृति उपवन, आशियाना, बंगला बाजार, लखनऊ में ‘‘स्वच्छ शक्ति 2018’’ का सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें प्रदेश के महिला ग्राम प्रधानों एवं महिला स्वच्छाग्रहियों को माननीय मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित भी किया गया।
उक्त के अवसर पर जनपद के ग्राम पंचायत-भैसाखरग विकास खण्ड-दोहरीघाट, जनपद मऊ की रहने वाली महिला स्वच्छाग्रही सुश्री साहिबा बानो को मुख्यमंत्री जी के हाथों स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। साहिबा बानों के स्वच्छता के प्रति समर्पण भाव को देखते हुए उम्मीद किया जा रहा है और भी महिला स्वच्छाग्रही एवं महिला प्रधानों में स्वच्छता के प्रति एक अलग तरह का अलख जगेगा।